भारतीय कंपनी को अमेरिका में बड़ा झटका, FDA ने गुजरात प्लांट में बनने वाली दवाओं की बिक्री को रोका
सन फार्मा के शेयर लगभग 3.76 फीसदी तक गिर गए हैं। एशियन मार्केट्स सिक्यूरिटीज कहा है कि इस तरह के इंपोर्ट अलर्ट को हटा पाना बहुत मुश्किल काम है।
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चर्चित दवा कंपनी सन फार्मा के गुजरात स्थित हलोल प्लांट को अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने इंपोर्ट अलर्ट के तहत लिस्ट किया है। इस इंपोर्ट अलर्ट का मतलब है कि गुजरात स्थित हलोल प्रांत से निर्मित सन फार्मा के उत्पादों को अमेरिका नहीं भेजा जा सकेगा। सीजीएमी यानी कि करेंट गुड मैन्यूफैक्चरिंग प्रैक्टिस मानकों पर खड़ा उतरने के बाद ही प्रोडक्ट को अमेरिका भेजा जा सकेगा। इस खबर के आने के बाद सनफार्मा के शेयर लगभग 3.76 फीसदी तक गिर गए हैं।
14 प्रोडक्ट लिस्ट से बाहर
बता दें कि US FDA ने 26 अप्रैल से 9 मई के बीच सन फार्मा के गुजरात स्थित हलोल प्लांट की जांच की थी। रिपोर्ट के मुताबिक यूएसएफडीए ने कुछ शर्तों के साथ कंपनी के 14 उत्पादों को इस आयात अलर्ट से बाहर रखा है। बता दें कि सन फार्मा को हलोल प्लांट से 3 फीसदी आय होती है। कंपनी ने कहा कि वह यूएसएफडीए के साथ सहयोग करना जारी रखेगी और इन मुद्दों को हल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि नियामक कंपनी की सुधारात्मक कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट है।
टूटे कंपनी के शेयर
कंपनी ने कहा कि वह सीजीएमपी के अनुरूप होने और विश्व स्तर पर अपने ग्राहकों और रोगियों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्ध है। सन फार्मा के उत्पाद के आयात अलर्ट की खबर से कंपनी के शेयर गुरुवार को सुबह के कारोबार में दिन के निचले स्तर 979.50 रुपये पर 3.76 फीसदी तक गिर गए। सन फार्मा कंपनी का शेयर गुरुवार को 1018 रुपये हाई पर गया था।
मोहाली प्लांट भी रडार पर
एशियन मार्केट्स सिक्यूरिटीज ने सनफार्मा के प्राइस टार्गेट को 1211 रुपये से घटाकर 1156 रुपये कर दिया है। एशियन मार्केट्स सिक्यूरिटीज ने अपने नोट्स में कहा है कि इस तरह के इंपोर्ट अलर्ट को हटा पाना बहुत मुश्किल काम है। IPAC, Wockhardt जैसी उदाहरण हैं जिसमें हमने देखा है कि दस वर्षों के बाद भी ये कंपनियां इस तरह के इंपोर्ट अलर्ट हटाने में कामयाब नहीं हो पाई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सन फार्मा का मोहाली प्लांट भी अब US FDA के रडार पर है। इस प्लांट को अगस्त में छह ऑब्जर्वेशन के साथ फॉमर्म 483 जारी किया गया था।
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