अमेरिकी चुनाव: 5 वोटों से जीती थी 20 साल पहले जॉर्ज बुश ने राष्ट्रपति की रेस, पहुंचे थे व्हाइट हाउस।
वॉशिंगटन। भारत समेत पूरी दुनिया की नजरें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों पर टिकी हैं। लेकिन अगर अधिकारियों की मानें तो रिजल्ट आने में समय लग सकता है। फिलहाल बाइडेन 264 तो ट्रंप 214 वोट के आंकड़े तक पहुंच गए हैं। अमेरिका में साल 2000 में इसी तरह से चुनाव के नतीजे आने में समय लगा था और जब नतीजे आए तो हर तरफ अनिश्चितता का माहौल था। तब जॉर्ज बुश और उनके प्रतिद्वंदी अल गोर के बीच बस 5 वोटों का फासला था। ट्रंप की तरह ही बुश भी पॉपुलर वोट बड़े अंतर से हारे थे।
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बुश को 271, अल गोर को 266 वोट
क्लिंटन के जूनियर अल गोर और बुश की टक्कर दो दशक पहले यानी 7 नवंबर 2000 को जो चुनाव हुआ, उसे आज भी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में विवादित करार दिया जाता है। उस समय फ्लोरिडा की वजह से चुनावों में नाटकीय मोड़ आ गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 5-4 से वोटिंग की और नतीजे रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जॉर्ज डब्लू बुश के पक्ष में गए। उस समय भी यही स्थिति थी। तत्कालीन राष्ट्रपति डेमोक्रेटिक पार्टी के बिल क्लिंटन के जूनियर और पूर्व उप-राष्ट्रपति रहे अल गोर का सामना बुश से था। अल गोर भी बाइडेन की तरह ही हर राज्य में पकड़ बना चुके थे। अर्ली वोटिंग के दौरान अक्टूबर के अंत तक अल गोर हर जगह से विजेता नजर आने लगे थे। हर पोल और सर्वे में गोर ही लीड कर रहे थे। जब चुनाव हुए तो गोर और बुश में से किसी को भी विजेता नहीं घोषित किया जा सका। मीडिया में अलग-अलग एग्जिट पोल्स चलने लगे। ऑरेगॉन और न्यू मैक्सिको में टक्कर बहुत करीबी थी। बुश पॉपुलर वोट हार गए थे और गोर से मिली इस हार का अंतर 500,000 से ज्यादा वोट्स का था। लेकिन इलेक्टोरल वोट में मुकाबला आज की ही तरह काफी कड़ा था। फ्लोरिडा में लड़ाई फंस गई और यहां पर बैलेट को फिर से गिना गया। 12 दिसंबर को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने जब वोटों की गिनती को दोबारा रोका तो बुश के पास फ्लोरिडा में अच्छी-खासी बढ़त थी। टेक्सास के पूर्व गर्वनर रहे बुश को 271 इलेक्टोरल वोट्स मिले थे जबकि अल गोर को 266 यानी बस 5 वोट से गोर चुनाव हार गए थे।
36 दिन में पता लगे थे नतीजे
20 साल पहले हुए चुनावों का नतीजा आने में 36 दिन का समय लगा था। इस दौरान देश में हिंसा और अव्यवस्था का माहौल देखा गया। 600 वोट्स ऐसे थे जो विजेता का फैसला करने वाले थे। सुबह करीब 3 बजे अल गोर ने बुश को कॉल किया और अपनी हार मानने से इनकार कर दिया। 10 नवंबर को मशीन से वोटो की गिनती दोबारा पूरी हुई। चुनाव के बाद जब काउंटिंग शुरू हुई तो रेस स्विंग स्टेट्स में भी सबसे नाजुक राज्यों की तरफ आ गई। सिर्फ कुछ सैंकड़ों वोट्स की वजह से उम्मीदवारों को अलग-अलग कर दिया गया। अल गोर ने जब बुश को दोबारा कॉल किया तो बुश ने जवाब दिया, 'मेरे छोटे भाई ने मुझे बताया है कि हम निश्चित तौर पर फ्लोरिडा में जीत रहे हैं।' बुश उस समय टेक्सास के गर्वनर थे और उनके छोटे भाई जेब बुश फ्लोरिडा के गर्वनर थे। अल गोर ने बुश को जवाब दिया, 'मैं नहीं जानता कि आपके छोटे भाई ने आपसे क्या कहा है लेकिन मैं बस आपको औपचारिक तौर पर यह बता रहा हूं कि मैं अब अपनी हार मानने को तैयार नहीं हूं। थैंक्यू, गुड नाइट।' इसके बाद एक माह से ज्यादा समय तक संकट का दौर देखा गया जिसमें भ्रष्टाचार से लेकर विरोध प्रदर्शन और कानूनी चुनौतियों के साथ ही हिंसा की कई घटनाएं शामिल थीं।