UAE में बन रहे पहले भव्य हिंदू मंदिर का काम लगभग पूरा, अब दिवाली होगी जगमग, जानें कब होगा उद्घाटन?
मंदिर काफी विशाल है और एक बार में एक हजार से 1200 लोग मंदिर के अंदर जुट सकते हैं और पूजा-अराधना कर सकते हैं।
दुबई, अगस्त 09: खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 देवताओं का घर, एक ज्ञान कक्ष और एक कम्यूनिटी सेंटर के साथ हिंदू धर्म के लोगों का स्वागत करते हुए दुबई का हिंदू मंदिर बनकर करीब करीब तैयार हो गया है और अब ये मंदिर उद्घाटन के लिए तैयार है। खलीज टाइम्स के मुताबिक, 4 अक्टूबर को ये भव्य मंदिर अनावरण के लिए तैयार है। सिंधु गुरु दरबार मंदिर के ट्रस्टी राजू श्रॉफ ने खलीज टाइम्स से पुष्टि करते हुए कहा कि,मंदिर 5 अक्टूबर को मनाए जाने वाले प्रमुख हिंदू त्योहार दशहरा के दिन आधिकारिक तौर पर जनता के लिए अपने दरवाजे खोल देगा।
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कहां पर बन रहा है हिंदू मंदिर?
दुबई के जेबेल अली इलाके में विशालकाय और भव्य हिंदू मंदिर का निर्माण किया जा रहा है और रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई के इसी इलाके में कुछ चर्च और एक सिख गुरुद्वारा भी मौजूद है। यूएई में इस क्षेत्र को कॉरिडोर ऑफ टॉलरेंस भी कहा जाता है। खलीज टाइम्स के मुताबिक, इस क्षेत्र में अलग अलग धर्म के लोग अपनी आस्था के लिए जुटते हैं और अपने अपने ईश्वर की प्रार्थना करते हैं। खलीज टाइम्स के मुताबिक, मंदिर का अनावरण जब किया जाएगा, तो उस मौके पर संयुक्त अरब अमीरात सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी और कई देशों के मेहमान मौजूद होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, इस मंदिर में हवन के साथ साथ शादियां और कम्युनिटी सेंटर में हिंदू समुदाय के लोग अलग अलग धार्मिक और निजी कार्यक्रमों का आयोजन कर पाएंगे।
काफी विशालकाय है ये मंदिर
आधिकारिक उद्घाटन से हफ्तों पहले खलीज टाइम्स ने मंदिर के अंदरूनी हिस्से का झलक दिखाया है, जिससे पता चलता है, कि मंदिर काफी ज्यादा भव्य और विशालकाय है। वहीं, सिंधु गुरु दरबार मंदिर के ट्रस्टी राजू श्रॉफ ने खलीज टाइम्स को बताया कि, "उद्घाटन में हमारे पास संयुक्त अरब अमीरात की सरकार के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति होंगे, जो 4 अक्टूबर को आधिकारिक उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। हमने कुछ अनुष्ठानों की भी योजना बनाई है।" श्रॉफ ने कहा कि, मंदिर दो चरणों में खुलेगा। पहले चरण के दौरान, हम जनता के लिए केवल पूजा स्थल खोलेंगे।" वहीं, मंदिर समिति के सदस्य अशोक कुमार डब्ल्यू ओधरानी ने कहा कि, "दूसरा स्टेप अगले साल 14 जनवरी से शुरू हो रहा है, जिस दिन मकर संक्रांति मनाया जाता है और हिंदुओं के लिए ये दिन काफी शुभ माना जाता है'। उन्होंने कहा कि, हम जनता के लिए ज्ञान कक्ष और सामुदायिक कक्ष खोलेंगे। इसके अलावा, मंदिर में आगंतुक शादियों, हवन और निजी कार्यक्रमों का भी आयोजन कर सकते हैं। "
सैकड़ों लोग आ सकते हैं एक साथ
ओढरानी ने कहा कि मंदिर काफी विशाल है और एक बार में एक हजार से 1200 लोग मंदिर के अंदर जुट सकते हैं और पूजा-अराधना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि, "हालांकि, महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों के दौरान ये संख्या बहुत अधिक होगी। हम उम्मीद करते हैं कि अबू धाबी से और लोग सप्ताहांत में भी मंदिर देखने और पूजा करने के लिए आएंगे।" कोविड -19 के बीच, सभी आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंदिर के अधिकारियों ने एक क्यूआर-कोड-आधारित नियुक्ति प्रणाली स्थापित की है। आगंतुक https://hindutempledubai.com/ पर क्यूआर कोड प्राप्त कर सकते हैं। मंदिर का समय सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक है। उन्होंने कहा कि, "आगंतुकों का उनके नियत समय स्लॉट के दौरान मंदिर में प्रवेश करने के लिए स्वागत है। यह कोविड -19 के बड़े पैमाने पर प्रसार से बचने के लिए हमारे तैयारियों के प्रोटोकॉल का हिस्सा है।"
दिवाली और नवरात्रि में होगी धूम
आधिकारिक उद्घाटन के बाद मंदिर दिवाली और नवरात्रि जैसे त्योहारों के लिए समारोह आयोजित करेगा। मंदिर में एक अच्छी तरह से सुसज्जित रसोईघर और एक सूखी और ठंडे भंडारण की सुविधा भी है। कम्युनिटी हॉल और नॉलेज रूम के अंदर कई एलसीडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। अन्य चीजों के अलावा बच्चों के लिए अंतर-धार्मिक संवाद और शैक्षिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।
कैसा बना है मंदिर?
खलीज टाइम्म के मुताबिक, मंदिर में सफेद संगमरमर के ऊंचे-ऊंचे नौ शिखर हैं और अलंकृत स्तंभों का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, मंदिर पर हिंदू श्लोक उकेरे गये हैं, जिससे मंदिर के दीवार काफी खूबसूरत लगते हैं। वहीं, मंदिर के अंदर काफी खूबसूरत दरवाजे और घंटियां लगाए गये हैं। वहीं, दर्जनों हाथियों और लंबे कंक्रीट के खंभे मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अखरोट की लकड़ियों से मंदिर के दरवाजों का निर्माण किया गया है, वहीं, विस्तृत अष्टकोणीय आकार के प्रार्थना हॉल के अंदर नाजुक पैटर्न वाले पोडियम है, जिसमें पूरे भारत से 16 अलग अलग देवताओं को लाकर प्रतिष्ठित किया गया है। वहीं, मंदिर के महाप्रबंधक मोहन एन ने कहा कि, "दक्षिण भारतीय देवताओं को काले पत्थर में उकेरा गया है।" मंदिर के अंदर भगवान शिव केन्द्र में हैं और उनके साथ 15 और अन्य भगवान विराजमान होंगे। इन भगवानों में भगवान गणेश, कृष्ण, महालक्ष्मी, और दक्षिण भारतीय देवताओं गुरुवायूरप्पन और अय्यप्पन को भी प्रार्थना कक्ष के अंदर रखा जाएगा। मंदिर के अंदर आठ पुजारी हमेशा मौजूद रहेंगे, वहीं प्राण प्रतिष्ठान समारोह में 10 से 12 पुजारी शामिल होंगे और इस दौरान हवन-पूजना कार्यक्रम होगा।
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