Turkey Election: तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन की महाविशालकाय रैली, 17 लाख लोग पहुंचे, फिर जीतेंगे?
अर्दोआन के आलोचकों का कहना है, कि उनकी सरकार ने असंतोष का गला घोंट दिया है और मानवीय अधिकारों का हनन किया है, जिसने न्यायिक प्रणाली को भी अपने प्रभाव में ले लिया है।
Turkey Election Erdogan Rally: तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने आम चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले रविवार (7 मई) को इस्तांबुल में एक महाविशालकाय रैली का आयोजन किया है। अर्दोआन की रैली में उनके इतने समर्थक पहुंचे, कि उनकी रैली को दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी रैली कहा जा रहा है।
तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन ने इस मेगा रैली के जरिए देश के अंदर अपने विरोधियों और विदेशों तक में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने की कोशिश की है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति अर्दोआन की ये रैली, रैली नहीं बल्कि महासमुद्र था, जहां समर्थन उनका नाम लेकर चिल्ला रहे थे।
राष्ट्रपति अर्दोआन अपने समर्थकों का समुद्र देखकर पूरी तरह से उत्साहित थे और उन्होंने कहा, कि "अगर आप कह रहे हैं, तो हम चुनाव जरूर जीतेंगे।" रिपोर्ट के मुताबिक, अर्दोआन के समर्थक पुराने अतातुर्क हवाई अड्डे के टरमैक में कंधे से कंधा मिलाकर भरे हुए थे। समर्थकों के हाथों में राष्ट्रपति की तस्वीरों के साथ तुर्की के झंडे और बैनर की लहर देखी जा रही थी।
39 प्रांतों से जुटे थे अर्दोआन के समर्थक
राष्ट्रपति अर्दोआन की रैली में भीड़ जुटाने के लिए उनकी जस्टिस डेवलपमेंट पार्टी ने 39 प्रांतों से लोगों को लाने के लिए 10,000 बसों का चार्ट बनाया था। तुर्की के राष्ट्रपति ने दावा किया, कि इस रैली में दस लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया और उन्बोंने कहा, कि उनकी सरकार ने तुर्की को नया रूप दिया है।
वहीं, तुर्की अनादोलु समाचार एजेंसी ने बाद में दावा किया, कि रैली में करीब 17 लाख लोग जुटे थे। इस दौरान राष्ट्रपति ने अपने पिछले 21 सालों के कार्यकाल की उपलब्धियां लोगों को गिनवाईं।
रैली में पहुंचे एक विकलांग पेंशनभोगी 68 वर्षीय हेये केफल ने कहा, कि "मैं यहां आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।" उन्होंने कहा, कि "हम पहले खराब स्थिति में थे लेकिन आज हमारे पास सब कुछ है: स्वतंत्रता और आराम, हमारे पास दोनो हैं।"
वहीं,
राष्ट्रपति
अर्दोआन
ने
रैली
को
संबोधिक
करते
हुए
कहा,
कि
उनके
कार्यकाल
के
दौरान
2.1
करोड़
लोगों
को
रोजगार
और
भोजन
दिया
गया
है।
वहीं,
उन्होंने
दावा,
कि
उनकी
सरकार
के
दौरान
पिछले
21
सालों
में
1.5
करोड़
नये
घर
बनाए
गये
हैं।
इसके
साथ
ही,
रैली
में
बोलते
हुए
अर्दोआन
ने
देश
की
डिफेंस
इंडस्ट्री
को
बढ़ाने
की
बात
कही
है
और
उन्होंने
जनता
को
याद
दिलाया,
कि
अरबों
रुपये
का
तेल
और
गैस
भंडार,
उनके
ही
कार्यकाल
के
दौरान
खोजा
गया
है।
तुर्की की राजनीति को समझिए
आपको बता दें, कि तुर्की में 14 मई और 28 मई, चुनाव के लिए दो तारीख तय किए गये हैं। अगर 14 मई को चुनाव के बाद किसी उम्मीदवार को आधे से ज्यादा वोट मिल जाते हैं, तो वो देश का राष्ट्रपति बन जाएगा। लेकिन, अगर किसी भी उम्मीदवार को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलती है, तो फिर 28 मई को फिर से चुनाव होगा।
राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले इस चुनाव में राष्ट्रपति अर्दोआन के खिलाफ 6 विपक्षी दलों ने केमल किलिकडारोग्लू को संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। वहीं, मुहर्रम इन्स और सिनान ओगन भी अपनी अपनी पार्टियों की तरफ से चुनावी मैदान में हैं।
विपक्षी उम्मीदवार ने भी निकाली रैली
समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया है, कि विपक्षी नेता केमल किलिकडारोग्लू ने इस्तांबुल में एक छोटी, लेकिन प्रभावशाली रैली आयोजित की, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। तुर्की की सबसे पुरानी पार्टी- रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी- के प्रमुख किलिकडारोग्लू ने अपने समर्थकों से पूछा, कि "क्या आप बदलाव के लिए तैयार हैं? क्या आप लोकतंत्र को बहाल करने के लिए तैयार हैं?"
इस दौरान इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू, किलिकडारोग्लू की रैली के मुख्य अतिथि थे। इमामोग्लू राष्ट्रपति पद के लिए तब तक आशान्वित थे, जब तक कि एक अदालत ने उनकी 2019 की जीत से उपजी एक मामले में उन्हें उच्च पद से प्रभावी रूप से प्रतिबंधित नहीं कर दिया।
विपक्षी नेता केमल किलिकडारोग्लू की रैली के दौरान भीड़ ने 'अर्दोआन चोर है' के नारे लगाए।
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तुर्की में होने वाले चुनाव में राष्ट्रपति अर्दोआन और विपक्षी नेका केमल किलिकडारोग्लू के बीच कड़ी टक्कर हो रही है और संभवत: 28 मई को ही उनका मुकाबला होने वाला है। सर्वेक्षणों ने सुझाव दिया है, कि किलिकडारोग्लू तुर्की में युवा मतदाताओं के बीच अर्दोआन से एक-दो प्वाइंट आगे चल रहे हैं। हालांकि, अंतिम नतीजे कुछ भी हो सकते हैं।