अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप के बाद तालिबान ने अंतर्राष्ट्रीय मदद की लगाई गुहार
काबुल, 23 जूनः दशकों से युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान पर आए भूकंप ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने देश में भारी तबाही मचाई है। 6.1 तीव्रता से आए भूकंप में हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देश की तालिबान सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है।

तस्वीर- प्रतीकात्मक
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तालिबान ने मांगी मदद
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के वरिष्ठ अधिकारी अब्दुल कहर बाल्खी ने एक बयान में कहा कि शासन जरूरत के हिसाब से लोगों की आर्थिक रूप से मदद करने में असमर्थ है, क्योंकि अफगानिस्तान मानवीय और आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सहायता एजेंसियों, पड़ोसी देशों और विश्व शक्तियों द्वारा मदद मिलने के बावजूद बाल्खी ने कहा कि सहायता को काफी हद तक बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि यह एक विनाशकारी भूकंप है, जिसे दशकों में अनुभव नहीं किया गया।
मलबे में दबे लोगों की हो रही तलाश
वहीं, तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्लाह अखुंदज़ादा ने अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों से 'इस महान त्रासदी' से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए 'कोई कसर नहीं छोड़ने' का आह्वान किया है। इस बीच, तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने दावा किया कि सैकड़ों घर नष्ट हो गए हैं और यहां मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि बचाव दल और आपातकालीन कर्मचारी अभी भी मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
तालिबान सरकार ने की राहत की घोषणा
प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों के अनुसार, भूकंप के बाद तालिबान द्वारा ढीला रवैया अपनाया गया। घटना के लगभग आठ घंटे बाद तालिबान कैबिनेट के सदस्यों ने चिकित्सा निकासी की सुविधा के लिए पांच हेलीकॉप्टरों को भेजा। तालिबान सरकार ने घोषणा की है कि वह पीड़ितों के परिवारों के लिए 100,000 और घायलों को 50,000 का भुगतान करेगी। पिछले साल तालिबान द्वारा देश पर कब्जा किए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने काफी हद तक अफगानिस्तान को उसके हाल पर छोड़ दिया है, जो संभवत: 38 मिलियन के इस देश के लिए किसी भी राहत प्रयासों को जटिल बना देगा।