यूक्रेन से अब तक 5 लाख लोग कर चुके हैं पलायन, 352 लोगों की मौत, जानिए अब तक का पूरा घटनाक्रम
कीव, 01 मार्च। यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग को एक सप्ताह पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक इस लड़ाई का कोई परिणाम नहीं निकला है। इस बीच मंगलवार को यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत के बाद भारत सरकार भी एक्शन में आ गई है। देश की राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार ने यूक्रेन और रूस के राजदूतों को तलब किया। मरने वाले छात्र की पहचान कर्नाटक में हावेरी जिले के रणबेन्नूर तालुक के निवासी नवीन शेखरप्पा के रूप में हुई है।
इस बीच रूस और यूक्रेन के बीच टेबल पर भी बातचीत शुरू हो गई है, पहले दौर की वार्ता के दो दिन बाद कोई ठोस परिणाम नहीं निकलने के बाद अब दूसरे दौर की वार्ता कल यानी 02 मार्च को होगी। यूक्रेन ने कहा कि आज शाम उसके दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव में एक आवासीय ब्लॉक पर रूसी हमले में आठ लोग मारे गए। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की अर्जी पर आज यूरोपीय संघ की संसद ने अपनी मंजूरी दे दी। इससे अब यूरोपीयन यूनियन में यूक्रेन की सदस्या के रास्ते खुल गए है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि यह सुनिश्चित है कि यूरोपीय संघ हमारे साथ बहुत मजबूत होने जा रहा है।
यह भी पढ़ें: यूक्रेन-रूस जंग की वजह से LIC IPO में हो सकती है देरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी जानकारी
बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकाले जाने की प्रक्रिया के बीच मंगलवार की सुबह गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। कर्नाटक के हावेरी के रहने वाले छात्र की मौत उस समय हुई जब रूसी सैनिकों ने मंगलवार को एक सरकारी इमारत को उड़ा दिया। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव में रूसी तोपों ने कई रिहायशी इलाकों पर हमला किया। कीव नेतृत्व के मुताबिक पिछले गुरुवार को आक्रमण शुरू होने के बाद से अब तक 14 बच्चों सहित 352 नागरिक मारे गए हैं। रूस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसे भी नुकसान पहुंचा है। जबकि संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी शाखा ने बताया कि रूस के आक्रमण की शुरुआत के बाद से अब तक पांच लाख से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं।