सऊदी अरब के नागरिकों को 9/11 आतंकी हमले में नहीं था कोई रोल!
वाशिंगटन। एक अमेरिकी कोर्ट ने 9/11 हमले के लिए सऊदी अरब के नागरिकों को मुलजिम बनाने की अपील को खारिज कर दिया है। कुछ पीड़ित परिवारों ने कोर्ट में इसकी अपील की थी।
जज जॉर्ज डैनियल ने कहा कि वर्ष 2001 के हमले से सऊदी अरब को जोड़ने के पर्याप्त सबूत नहीं हैं। वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर समेत अमेरिका के कुछ बड़े ठिकानों पर हुए इन हमलों में करीब तीन हजार लोग मारे गए थे।
जिन सबूतों को कोर्ट ने खारिज किया, वे हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति के दावे पर आधारित थे। दावा किया गया था कि हमले के लिए एक सऊदी राजकुमार ने वित्तीय सहायता दी थी।
इस हमले में शामिल 19 लोगों में से 15 सऊदी अरब के नागरिक थे। जज जॉर्ज डैनियल ने कहा कि वकील इस बात के पर्याप्त सबूत नहीं पेश कर पाए जो सऊदी अरब की संप्रभुता के अधिकार को खारिज करते हों।
हाल ही में अमरीका की एक जेल में बंद ज़कारियास मुसावी नामक क़ैदी ने दावा किया था कि सऊदी अरब के एक राजकुमार ने न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और वर्जिनिया में पेंटागन पर विमान से हमला करने वालों को वित्तीय मदद दी थी।
ज़कारियास मुसावी को 9/11 के हमले के हफ्तों पहले अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हमले के समय वो जेल में थे।
उन्होंने मिनेसोटा में विमान उड़ाने का प्रशिक्षण लिया था और अलकायदा से जुड़े एक व्यक्ति से पैसा लिया था। कोर्ट में सजा सुनाए जाते समय मुसावी ने कहा था कि वो व्हाइट हाउस की ओर एक बोइंग 747 विमान उड़ाने की साजिश का हिस्सा थे।
सऊदी अरब ने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया था।यह दूसरा मौका जब सऊदी अरब को इस हमले से जुड़े आरोपों से बरी किया गया है।