इस ब्रह्मांड का सबसे बड़ा बाजार बनाएगा सऊदी, खरबों डॉलर में बनने वाला प्रोजेक्ट Neom क्या है?
नियोम परियोजना का पहला चरण 2030 तक चलेगा, जिसमें 1.2 ट्रिलियन रियाल खर्च किए जाएंगे, जिसमें से लगभग आधा धन राज्य के संप्रभु धन कोष से दिया जाएगा।
जेद्दा, जुलाई 26: अब तक सिर्फ कच्चे तेल पर निर्भर रहकर देश की अर्थव्यवस्था का संचालन करने वाले सऊदी अरब ने अब तेल पर निर्भर देश की इकोनॉमी को बदलने का फैसला किया है और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक मेगाप्रोजेक्ट लॉन्च करने का फैसला किया है। सऊदी अरब ने इस प्लानेट का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बनाने का फैसला किया है, जिसमें खरबों रुपये निवेश करने की प्लानिंग तैयार की गई है।
खरबों रुपये का किया जाएगा निवेश
क्राउन प्रिंस के इस मेगाप्रोजेक्ट नाम 'नियोम' होगा और सऊदी अरब ने नियोम में निवेश करने के लिए 63 खरब, 78 अरब, 64 करोड़ से ज्यादा रुपये अलग किए हैं। जिसमें उन कंपनियों में निवेश करने की योजना है जो वहां काम करने के लिए सहमत हैं। सऊदी राजकुमार ने जेद्दा में संवाददाताओं से कहा कि, निओम निवेश कोष संभावित रूप से 400 अरब रियाल तक बढ़ सकता है। पहली बार, उन्होंने इस बात का विवरण भी दिया है, कि वे दुनिया में सबसे बड़ी और सबसे जटिल निर्माण परियोजनाओं में से एक - निओम को कैसे वित्तपोषित करने की योजना बना रहे हैं।
नियोम परियोजना के कितने चरण?
नियोम परियोजना का पहला चरण 2030 तक चलेगा, जिसमें 1.2 ट्रिलियन रियाल खर्च किए जाएंगे, जिसमें से लगभग आधा धन राज्य के संप्रभु धन कोष से दिया जाएगा। प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि, अधिकारी इस क्षेत्र में अन्य सॉवरेन वेल्थ फंड, सऊदी अरब और विदेशों में निजी निवेशकों, और सऊदी शेयर बाजार पर ही नियोम की एक प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश से अन्य बाकी के बचे 600 अरब रियाल जुटाने की कोशिश करेंगे। प्रिंस मोहम्मद ने कहा कि, "हमने इस प्लानेट का टॉप-3 शेयर बाजार बनाने का लक्ष्य रखा है'। उन्होंने कहा कि, 'हमें उम्मीद है कि नियोम का आईपीओ 2024 के आसपास शुरू होगा और ये आकार में 1 ट्रिलियन रियाल से ज्यादा के बाजार बन सकता है। सोमवार को राजकुमार की घोषणा में ब्रिजवाटर एसोसिएट्स के संस्थापक रे डालियो, रिपलवुड के टिम कॉलिन्स, सऊदी प्रिंस अलवलीद बिन तलाल और कुवैती खुदरा अरबपति मोहम्मद अलशाया सहित वैश्विक निवेशकों ने भाग लिया।
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नई तकनीक से रेगिस्तान में बनेगा बाजार
सऊदी अरब ने साल 2017 में नियोम निवेश की घोषणा की थी और इसके लिए सऊदी अरब का विशाल रेगिस्तान, जिसका आकार बेल्जियम के आकार के बराबर है, वहां एक हाई टेक्नोलॉजी से बाजार तैयार किया जाएगा। सऊदी सरकार ने इस नई टेक्नोलॉजी से बाजार के निर्माण के लिए बिल पास कर दिया है, जो शहरी जीवन में क्रांति ला सकती है, इसके साथ ही साथ विदेशी निवेश को आकर्षित करने और सऊदी अरब की तेल-निर्भर अर्थव्यवस्था में विविधता लाने का एक तरीका है। हालांकि, कई वर्तमान और पूर्व अधिकारियों का कहना है कि, पिछले पांच सालों में नियोम कई बड़ी असफलताओं से ग्रस्त रहा है और नियोम को लेकर सऊदी क्राउन प्रिंस के विचार बार बार बदलते रहते हैं, लिहाजा इसे लागू करने में काफी परेशानी होती है।
जल्द शुरू होगा नियोम बाजार का निर्माण
सोमवार को सऊदी क्राउन प्रिंस ने नियोम बाजार में बनने वाले दो बिल्डिंग्स के निर्माण की घोषणा की है, जो 100 किलोमीटर के दायरे में बनेगा और ये पूरी तरह से एक शहर की तरह होगा, जिसमें कम से कम 90 लाख लोग एक साथ काम कर सकेंगे। यह पूछे जाने पर, कि वो नियोम का निर्माण क्यों करना चाहते हैं, सऊदी क्राउन प्रिंस ने कहा कि, 'मेरा विचार एक नया सऊदी अरब बनाने की है और इस विचार के तहत साल 2030 तक सऊदी अरब की जनसंख्या करीब 5 करोड़ से 6 करोड़ होगी, जो अभी साढ़े तीन करोड़ के करीब है। हालांकि, उनमें से आधे लोग विदेशी हैं।' सऊदी क्राउन प्रिंस ने कहा कि, 'अगर हम सऊदी अरब में वर्तमान जनसंख्या की बात करें, तो अभी एक तिहाई लोग विदेशी हैं, जबकि दो तिहाई लोग सऊदी अरब के रहने वाले हैं।' आपको बता दें कि, प्रिंस सलमान अपने मिशन 2030 की दिशा में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं और उन्होंने सऊदी अरब को कट्टरपंथी विचारों से मुक्त करने के लिए स्कूलों में हर धर्म की किताबें पढ़ाना अनिवार्य कर दिया है, ताकि सऊदी अरब की नई पीढ़ी बहुत आसानी से नये विचारों को अपना सके। इसके साथ ही उन्होंने सऊदी में स्कूलों को सख्त आदेश दिए हैं, कि छात्रों को किसी भी तरह से कट्टरपंथी पाठ नहीं पढ़ाया जाए और हर धर्म को एक समान बताया जाए।
साल 2045 का बताया प्लान
सऊदी क्राउन प्रिंस ने कहा कि, फिलहाल, राजधानी रियाद में काफी भीड़भाड़ हो गई है, लिहाजा नियोम के बनने के बाद एक बड़ी आबादी रियाद से नियोम में शिफ्ट हो जाएगी और उनका प्लान साल 2045 तक नियोम में कम से कम 90 लाख लोगों को रखने की योजना है। उन्होंने कहा कि निओम इस साल के अंत तक प्रमुख संभावित निवेशकों को शामिल करना शुरू कर देगा। क्राउन प्रिंस ने कहा कि, सऊदी राज्य ने परियोजना के पूरक के लिए पड़ोसी मिस्र में निवेश करने की भी योजना बनाई है, जिसमें शर्म अल-शेख का पर्यटन क्षेत्र भी शामिल है, जो नियोम से लाल सागर के पार स्थित है। उन्होंने कहा कि, "हम मिस्र में भारी निवेश करने जा रहे हैं।"
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