रूसी रक्षा मंत्रालय की टॉप अधिकारी की 16वीं मंजिल से गिरकर संदिग्ध मौत, युद्ध के लिए पैसा जुटाने का था काम
यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए अब एक साल का समय पूरा होने वाला है। पिछले साल 24 फरवरी को पुतिन के आदेश के बाद रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था, लेकिन अभी तक रूस इस युद्ध को जीत नहीं पाया है।
Russia News: रूस की रक्षा मंत्रालय में काम करने वाली टॉप अधिकारी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की करीबी सहयोगी मरीना यांकिना की 16वीं मंजिल से गिरकर संदिग्ध मौत हो गई है, जिसके बाद उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। मरीना यांकिना पश्चिमी सैन्य जिले की वित्त निदेशक थीं और यूक्रेन में चल रहे युद्ध के लिए पैसा जुटाने का अहम जिम्मा उन्हीं के कंधे पर था। उन्हें रूसी राष्ट्रपति का बड़ा राजदार माना जाता था, लिहाजा उनकी मौत को काफी संदेहास्पद माना जा रहा है।
बड़ी अधिकारी थीं मरीना यांकिना
मरीना यांकिना, रूस की रक्षा मंत्रालय की टॉप अधिकारियों में शामिल थीं और वो रूसी रक्षा मंत्रालय के वित्तीय सहायता विभाग की प्रमुख थीं। द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, उनके बारे में कहा जा रहा है, वो कि सेंट पीटर्सबर्ग में 16 मंजिला इमारत की खिड़की से गिरने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। समाचार स्रोत ने क्षेत्रीय मीडिया के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है, कि मरीना यांकिना का शव बुधवार सुबह 8 बजे से सेंट पीटर्सबर्ग के कलिनिंस्की क्षेत्र में एक आवासीय परिसर के फुटपाथ पर पड़ा था, जिसे किसी स्थानीय निवासी ने देखा और फिर अधिकारियों को खबर दी गई। मरीना यांकिना 58 साल की थीं और यूक्रेन युद्ध के लिए पैसे जुटाने वाली अधिकारियों में सबसे प्रमुख थीं। वह पश्चिमी सैन्य जिले की फाइनेंस डायरेक्टर थीं, जो रूस की पांच भौगोलिक बटालियनों में से एक है, जिसके कमांडर राष्ट्रपति पुतिन पिछले फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से कई बार बदल चुके हैं।
16वीं मंजिल की खिड़की से कैसे गिरीं?
मीडिया रिपोर्ट्स से जो जानकारी हासिल हो रही है, उसके मुताबिक उन्हें अपार्टमेंट के 16वीं मंजिल पर नहीं होना चाहिए था, क्योंकि वो वहां नहीं रहती थीं और इस अपार्टमेंट में असल में उनके पति का फ्लैट था। द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, वेस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट ने पुष्टि की है, कि उनके एक अधिकारी का निधन हो गया है, लेकिन स्थानीय मीडिया ने कहा है, कि जांच अधिकारियों को मरीना यांकिना की मौत पर कोई भी टिप्पणी नहीं करने का आदेश दिया गया है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान पिछले एक साल में कई रूसी अधिकारियों और कारोबारियों की संदिग्ध मौत हो चुकी है और मरीना यांकिना की मौत सबसे ताजा घटना है। इससे पहले रूस के मेजर जनरल व्लादिमीर मकारोव की भी संदिग्ध मौत हो चुकी है, जिन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में नौकरी से निकाल दिया था और रूस का कहना है, कि मेजर जनरल व्लादिमीर मकारोव ने आत्महत्या की है।
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यूक्रेन में रूस को लगा है बड़ा झटका
इस बीच, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (IISS) ने दावा किया है, कि रूस ने यूक्रेन युद्ध में अपने 2,000 से 2,300 टैंक खो दिए हैं, जो पुतिन के लिए बहुत बड़ा झटका है। रिपोर्ट में कहा गया है, कि इसके कारण मॉस्को को पुराने सोवियत काल के मॉडल पर भरोसा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। IISS के शोध साथी हेनरी बॉयड ने कहा, कि "वे नये टैंकों का उत्पादन तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जितना नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि उत्पादन की रफ्तार उतनी ज्यादा नहीं है।" उन्होंने कहा, कि "मोर्चे पर उनका वर्तमान बख्तरबंद बेड़ा युद्ध की शुरुआत में लगभग आधा आकार का था।" हालांकि, आईआईएसएस की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है, कि मास्को की वायु सेना अभी भी काफी हद तक बरकरार है, और देश युद्ध के अगले चरण में इसे और अधिक सक्रिय रूप से तैनात कर सकता है।