इजरायल पर भारत के रूख से नाराज हुआ फिलिस्तीन, विदेश मंत्री को चिट्ठी लिखकर लगाए बड़े आरोप
इजरायल को लेकर भारत के रूख को देखते हुए फिलिस्तीन के विदेश मंत्री डॉ. रियाद अल मलिकी ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को चिट्ठी लिखी है और भारत के रूख पर नाराजगी जताई है।
येरूशलम, जून 02: यूनाइटेड नेशंस में इजरायल पर भारत के रूख से फिलिस्तीन नाराज हो गया है और उसने विरोध के तौर पर भारतीय विदेश मंत्री को चिट्ठी लिखी है। दरअसल, यूनाइटेड नेशंस में इजरायल के खिलाफ जांच के प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान भारत ने हिस्सा नहीं लिया था और वोटिंग के दौरान भारत उन 14 देशों में शामिल था, जिसने इजरायल के खिलाफ वोट नहीं डालते हुए वोटिंग से अनुपस्थित रहा था। जिसके बाद फिलिस्तीन ने भारत के सामने अपनी नाराजगी जताई है।
भारत से नाराज फिलिस्तीन
इजरायल को लेकर भारत के इसी रूख को देखते हुए फिलिस्तीन के विदेश मंत्री डॉ. रियाद अल मलिकी ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को चिट्ठी लिखी है और भारत के रूख पर नाराजगी जताई है। फिलिस्तीन के विदेश मंत्री रियाद अल मलिकी ने भारतीय विदेश मंत्री को लिखी चिट्टी में कहा है कि 'रिपब्लिक ऑफ भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजरायल के खिलाफ जांच पर लाए गये निर्णायक और महत्वपूर्ण वोटिंग प्रस्ताव के दौरान फ्लोर गैर हाजिर रहकर एक महत्वपूर्ण मौके को खो दिया है। संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इजरायल को जिम्मेदार और उसके खिलाफ न्यायपूर्ण जांच होनी थी, लेकिन भारत बैठक के दौरान अनुपस्थित रहा'। फिलिस्तीन के विदेश मंत्री ने आगे लिखा कि 'वोटिंग में गैर-हाजिर मानवाधिकर के खिलाफ उठती आवाज को दबाने में नाकामयाब रहा है।'
24 देशों ने किया समर्थन
आपको बता दें कि यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल में इजरायल के खिलाफ लाए गये प्रस्ताव में 47 सदस्यों वाली कमेटी में 24 देशों ने इजरायल के खिलाफ और फिलिस्तीन के समर्थन में वोट डाला था। 24 देशों ने उस प्रस्ताव का समर्थन किया था, जिसमें इजरायल के खिलाफ जांच करने और लड़ाई के लिए उत्तरदायी ठहराने की मांग की गई थी। वहीं, 9 देशों ने इजरायल के खिलाफ लाए गये इस प्रस्ताव का विरोध किया था और इजरायल के समर्थन में वोट डाला था। वहीं, 14 देश वोटिंग के दौरान गैर-हाजिर रहे थे और उन्होंने ना ही प्रस्ताव का विरोध किया था और ना ही प्रस्ताव के समर्थन में वोट डाला था। जिसमें एक सदस्य भारत भी था। फिलिस्तीन के विदेश मंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री को 30 मई को चिट्ठी लिखी थी। वहीं, वोटिंग के दौरान भारत के अलावा बहामास, ब्राजील, डेनमार्क, फिजी, फ्रांस, इटली, जापान, नेपाल, नीदरलैंड, पोलैंड, साउथ कोरिया, टोगो और यूक्रेन गैर हाजिर रहा था।
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इजरायल ने पाकिस्तान को फटकारा
वहीं, फिलिस्तीनियों के मानवाधिकार के मुद्दे को लेकर इजरायल पर आलोचना की झड़ी लगाने वाले पाकिस्तान पर इजरायल भड़क गया है। दरअसल, पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इजरायल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी वहीं पाकिस्तान संसद के अंदर कई सांसदों ने इजरायल पर परमाणु हमला तक करने की धमकी दी थी, जिसके बाद इजरायल ने मानवाधिकार के मुद्दे पर ही पाकिस्तान को आईने के सामने खड़ा कर दिया है। इजरायल ने पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए मानवाधिकार का रिपोर्ट दिखाते हुए पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है। इजरायली विदेश मंत्रालय के महानिदेशक अलोन उशपिजो ने कहा कि 'मानवाधिकार चैंपियन पाकिस्तान असलियत में शीशे के घर में रहता है और वो मध्य-पूर्व देश में एकमात्र लोकतांत्रिक देश इजरायल को उपदेश दे रहा है। ये सब एक पाखंड है'।