‘कोई तो मोदी सरकार को रोको’, यासीन मलिक की सजा पर तिलमिलाया पाकिस्तान, UN से लगाई गुहार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी यासीन मलिक को सजा मिलने के बाद मातम मना रहे है। शहबाज शरीफ ने तो पूरी दुनिया से मोदी सरकार को रोकने की अपील कर डाली।
इस्लामाबाद, मई 25: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को पनाह देने वाले और प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट यानि जेकेएलएफ के मुखिया यासीन मलिक को उसके किए की सजा मिल गई है और हजारों बेगुनाहों की बर्बादी के लिए जिम्मेदार आतंकियों के इस 'सरदार' का इंसाफ हो गया है। लेकिन, यासीन मलिक का इलाज क्या हुआ, पूरे पाकिस्तान के पेट में दर्द होने लगा है और क्या मंत्री और क्या संतरी.. हर कोई यासीन मलिक के नाम का मातम मना रहा है।
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मातम मना रहा पाकिस्तान
पूरा का पूरा पाकिस्तान हुर्रियत नेता यासीन मलिक को सजा मिलने के बाद मातम मना रहा है और पाकिस्तानी नेताओं ने यासीन मलिक को दोषी ठहराए जाने को लेकर भारत की निंदा करते हुए उसे तत्काल बरी करने की मांग की है। मंगलवार को जारी एक बयान में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि, ‘यासीन मलिक भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर में हुर्रियत नेताओं में सबसे प्रमुख और सम्मानित आवाज है। और कई दशकों के भारतीय उत्पीड़न के खिलाफ हुर्रियत नेता के दृढ़ संकल्प को न्याय के ऐसे उपहास से नहीं हिलाया जा सकता है'। बिलावल भुट्टो ने आगे कहा कि, ‘मैं यासीन मलिक को बरी करने की मांग करता हूं और उसके खिलाफ मनगढ़ंत आरोप हटा दिए जाने चाहिए। उसे तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उसके परिवार के साथ पुनर्मिलन की अनुमति दी जानी चाहिए'।
शहबाज शरीफ भी रोए
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी यासीन मलिक को सजा मिलने के बाद मातम मना रहे है। शहबाज शरीफ ने तो पूरी दुनिया से मोदी सरकार को रोकने की अपील कर डाली। शहबाज शरीफ ने अपने ट्वीट में पूरी दुनिया से मोदी सरकार के उठाए गये इस कदम का विरोध करने की अपील की है। शहबाज शरीफ ने अपने ट्वीट में कहा कि, ‘दुनिया को जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार द्वारा किए जा रहे दुर्वव्यवहार के खिलाफ ध्यान दिया जाना चाहिए। यासीन मलिक को फर्जी आतंकवाद के आरोपों में फंसाना मानवाधिकार का उल्लंधन है और भारत सरकार की ऐसी आवाजों को चुप कराने की कोशिश निरर्थक है। मोदी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए।'
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इमरान खान ने भी बहाए आंसू
पाकिस्तान अपने पालतू यासीन मलिक को सजा मिलने के बाद आंसू बहा रहा है और भला पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान यासीन मलिक के इस गम में कैसे शरीक नहीं होते, तो उन्होंने हिदुत्व पर ही निशाना साधना शुरू कर दिया। इमरान खान अपने देश में फैले इस्लामिक आतंकवाद को भूल गये भारत के हिंदुओं को लपेटना शुरू कर दिया। इमरान खान ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘कश्मीरी नेता यासीन मलिक के खिलाफ मोदी सरकार की फासीवादी नीति की कड़ी निंदा करता हूं और यासीन मलिक के खिलाफ फर्जी आरोप लगाकर उन्हें सजा दी गई है।' इमरान खान ने इसके आगे पूरी दुनिया से अपील करते हुए कहा कि, ‘जम्मू कश्मीर में हिदुत्व फासीवादी मोदी सरकार के राज्य पोषित आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को कार्रवाई करना चाहिए।'
पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा देखिए
जेल में बंद कश्मीरी हुर्रियत नेता यासीन मलिक की पत्नी किश्वर ज़ेहरा के साथ पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भारत सरकार पर फासीवादी शासन के जरिए निर्दोष कश्मीरियों और उनके स्वतंत्रता समर्थक नेताओं को उनके अधिकार के आवाज को दबाने का आरोप लगाया है। यासीन मलिक की पत्नी ने कहा कि, ‘पीएम मोदी का शासन निर्दोष कश्मीरियों के खिलाफ सबसे ज्यादा अत्याचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि सेलुलर सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था, लोगों को संचार चैनलों से काट दिया जा रहा था और स्वतंत्रता संग्राम को दबाने के लिए गिरफ्तारियां की गई थीं'।
शाहीद अफरीदी भी बोले
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी भी यासीन मलिक के समर्थन में उतर गये और उन्होंने कहा कि, भारत में मानवाधिकार के लिए बोलने वाली आवाजों को खामोश किया जा रहा है। शाहिद अफरीदी ने ट्विटर पर लिखा कि, ‘अपने ज़बरदस्त मानवाधिकार हनन के खिलाफ आलोचनात्मक आवाज़ों को चुप कराने के भारत के निरंतर प्रयास निरर्थक हैं। यासीन मलिक के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएंगे'। उन्होंने ‘यूनाइटेड नेशंस से कश्मीर के नेताओं के खिलाफ अनुचित और अवैध कार्रवाई के लिए संज्ञान लेने की मांग की है'।
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