सऊदी से खैरात बटोरकर UAE पहुंचे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री, 6 महीने में तीसरी बार पहुंचे चूना लगाने
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 5 अरब डॉलर से नीचे जा चुका है और अगर उसे कैश नहीं मिलते हैं, तो वो विदेशों से सामान नहीं खरीद पाएगा और उसकी स्थिति श्रीलंका जैसी हो जाएगी।
Pakistan PM in UAE Visit: सऊदी अरब से खैरात में करीब 5 अरब डॉलर बटोरकर अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक और मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात को चूना लगाने पहुंच गये हैं। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज शरीफ तीसरी बार संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे हैं और पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएई दौरे का उनका मकसद आर्थिक मदद हासिल करना है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्रियों के साथ ये बहुत हैरत की बात है, कि अरब देशों के दौरे के पीछे उनका मकसद सिर्फ भीख बटोरना रहता है।
यूएई दौरे पर शहबाज शरीफ
पाकिस्तानी न्यूज चैनल एआरवाई न्यूज ने गुरुवार को सूत्रों के हवाले से बताया है, कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान संयुक्त अरब अमीरात से अपने देश के लिए एक नए आर्थिक पैकेज की मांग करेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है, कि शहबाज शरीफ आने वाले हफ्तों में संयुक्त अरब अमीरात से 2 अरब डॉलर के ऋण की अदायगी को टालने का भी गुहार लगाएंगे। अगर, यूएई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की बात मान लेता है, तो पाकिस्तान के लिए ये बहुत बड़ी राहत की बात होगी। वहीं, गुरुवार और शुक्रवार को अपनी यूएई यात्रा के दौरान शहबाज शरीफ, पाकिस्तान में 2 अरब डॉलर के निवेश को अंतिम रूप देने के लिए भी बातचीत करेंगे। हालांकि, पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने रायटर के पूछे गये सवाल का कोई जवाब नहीं दिया है।
तीसरी बार UAE का दौरा
पिछले साल इमरान खान को हटाकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने वाले शहबाज शरीफ की ये तीसरी बार यूएई यात्रा है। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति से मिलेंगे और आर्थिक, व्यापार और निवेश संबंधों को आगे बढ़ाने और संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तानी कार्यबल के लिए बढ़ते अवसर पैदा करने पर बातचीत करेंगे। हालांकि, पाकिस्तान में निवेश की बात तो सिर्फ डिप्लोमेटिक वाक्य हैं, असल मकसद यूएई से खैरात हासिल करना है। क्योंकि, संयुक्त अरब अमीरात ने पिछले साल पाकिस्तान को आर्थिक मदद देने से इनकार कर दिया था और उस जगह पर पाकिस्तान की प्रॉपर्टी को लीज पर लेने के लिए सहमत हो गया था। जियो न्यूज के मुताबिक, शहबाज शरीफ अपनी यात्रा के दौरान यूएई के प्रधानमंत्री शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे।
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कर्ज मिलेगा तभी बचेगा पाकिस्तान
आपको बता दें कि, संयुक्त अरब अमीरात में करीब 17 लाख पाकिस्तानी मजदूरी करते हैं और अगर सऊदी अरब नया लोन देने के लिए तैयार हो गया, तो पाकिस्तान फिलहाल डिफॉल्ट होने से बच जाएगा। आपको बता दें कि, पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है और उसके विदेशी मुद्रा भंडार में 5 अरब डॉलर से भी कम पैसे बचे हैं। वहीं, इसी हफ्ते बाढ़ राहत के नाम पर भी दुनियाभर के कुछ देशों से पाकिस्तान को अरबों डॉलर की मदद मिली। पाकिस्तान को जिनेवा में एक अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में दानदाताओं ने बाढ़ के बाद पुननिर्माण में मदद के लिए 9 अरब डॉलर से भी देने का वायदा किया है। हालांकि, ये पैसा अभी नहीं मिलने वाला है ।
पाकिस्तान को कहां से कितनी मदद?
इसी हफ्ते इस्लामिक डेवलेपमेंट बैंक ने पाकिस्तान को 4.2 अरब डॉलर की मदद देने का ऐलान किया है। वहीं वर्ल्ड बैंक ने भी 2 बिलियन डॉलर की मदद का वादा किया है। इसके अलावा यूरोपीय यूनियन ने पाकिस्तान को 500 मिलियन यूरो देने का वायदा किया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कॉन्फ्रेंस से जुड़े। उन्होंने भी पाकिस्तान को 345 मिलियन डॉलर मदद देने का ऐलान किया, जबकि ब्रिटेन ने पाकिस्तान को 9 मिलियन पाउंड मदद देने का भरोसा दिया।
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