शहबाज के लिए वाकई खतरनाक बने इमरान, एक ही रैली में खर्च करवा दिए पाकिस्तान पुलिस का सारा बजट
पाकिस्तान पुलिस विभाग ने कहा कि सरकार ने चालू वित्त वर्ष में बहुत सीमित धनराशि आवंटित की है और यह पहले ही खत्म हो चुकी है...
इस्लामाबाद, मई 27: एक तरफ पाकिस्तान दिवालिएपन की तरउफ बढ़ रहा है और सरकार ने देश में विदेशी करेंसी बचाने के लिए लग्जरी सामानों की आयात पर रोक लगा दिया है, दूसरी तरफ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बुधवार को इस्लामाबाद तक विरोध मार्च के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तान सरकार ने 14.9 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पाकिस्तान की जो स्थिति है और उसके नेताओं की जो हरकत है, उसे देखकर अब यही लग रहा है, कि परमाणु सपन्न ये देश कहीं दुनिया के लिए नया टेंशन ना बन जाए।
इमरान खान की रैली पर करोड़ों खर्च
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, बदहाल पाकिस्तान में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने इमरान खान की रैली के दौरान सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभाग के लिखित अनुरोध पर 14.9 करोड़ रुपये जारी किए। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अनुपूरक अनुदान के लिए अनुरोध मुख्य आयुक्त कार्यालय से किया गया था, यह फिर आंतरिक मंत्रालय तक पहुंचा और फिर इसे वित्त मंत्रालय को धन जारी करने के लिए भेज दिया गया। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के बेकाकू समर्थकों को रोकने के लिए इस्लामाबाद की पुलिस कम पड़ गई थी और आखिरकार इस्लामाबाद पुलिस को दूसरे राज्यों से पुलिसकर्मियों को बुलाकर राजधानी में तैनात करना पड़ा। इसके अलावा राजधानी के एक एक हिस्से में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कई अलग तरह की उपाएं की गईं थीं।
पाकिस्तान पुलिस के पास पैसे नहीं
पाकिस्तान पुलिस विभाग ने कहा कि सरकार ने चालू वित्त वर्ष में बहुत सीमित धनराशि आवंटित की है और यह पहले ही खत्म हो चुकी है, लिहाजा पारिस्तान पुलिस ने सरकार से गुहार लगाई है, कि पीटीआई के विरोध के कारण कानून और व्यवस्था की स्थिति के दौरान प्रभावी सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए तत्काल आधार पर अधिक धनराशि जारी की जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच दिनों में राजधानी इस्लामाबाद में सुरक्षा व्यवस्था संभालने में 14.9 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जिससे 380 कंटेनरों को किराए पर लिया गया था, जिसमें पुलिस को 47,500,00 रुपये खर्च करने पड़े। वहीं, चार क्रेन के लिए 1,300,000 रुपये और चार कांटा उठाने वालों के लिए 1,000,000 रुपये खर्च करने पड़े।
इमरान खान बने बड़े मुसीबत
पाकिस्तान सरकार के लिए इमरान खान बहुत बड़े मुसीबत बन चुके है। प्रधानमंत्री रहते ही इमरान खान ने कहा था, कि अगर वो गद्दी से हटते हैं, तो वो काफी खतरनाक बन जाएंगे और शहबाज सरकार के लिए वो वाकई खतरनाक बन चुके हैं। इमरान खान की रैली में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पाकिस्तान पुलिस को राजधानी तक परिवहन के लिए 100 बसों के लिए 2,798,500 रुपये, राजधानी के भीतर बल के परिवहन के लिए 350 बसों के लिए 9,794,750 रुपये, बल के परिवहन के लिए 100 बसों के लिए 2,798,500 रुपये खर्च करने पड़े। वहीं, अलग अलग क्षेत्रों में रसद टीमों, भोजन, पानी के 100 ट्रकों के लिए 1,685,000 रुपये और पांच दिनों के लिए 10 पानी के टैंकरों के लिए 260,000 रुपये खर्च करने पड़े।
पुलिस ने दिया खर्च का लेखा-जोखा
इसके अलावा, राजधानी इस्लामाबाद और अन्य जिला पुलिस के 15,000 अधिकारियों के लिए पांच दिनों के लिए भोजन शुल्क के लिए 41,250,000 रुपये की राशि की भी मांग की गई थी, अधिकारियों ने कहा, पूर्ण दंगा विरोधी किट की खरीद के लिए 35,300,000 रुपये की एक और राशि की मांग की गई थी। इसके अलावा, विविध वस्तुओं की खरीद के लिए 4,500,000 रुपये का भी अनुरोध किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने आगे बताया कि विभाग ने इससे पहले मार्च 2022 में आयोजित ओआईसी विदेश मंत्रियों की परिषद के 48वें सत्र के दौरान राजधानी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 15 करोड़ रुपये की मांग की थी। हालांकि, सरकार ने ये फंड मंजूर नहीं किया। वहीं, अब पुलिस ने कहा है कि, विभाग के पास अब सरकारी नेताओं के किसी भी रैली को सुरक्षा देने के लिए फंड नहीं बचे हैं और वो अब सुरक्षा नहीं में सक्षम नहीं है।
इमरान और नेताओं के खिलाफ केस दर्ज
इस बीच, पुलिस ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, और संघीय राजधानी में दंगे भड़काने के आरोप में पीटीआई के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कई धाराओं में मामले दर्ज किए। पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ दर्ज कुल मामलों में से 39 लोगों को इस्लामाबाद के जिन्ना एवेन्यू में मेट्रो स्टेशनों को जलाने, एक्सप्रेस चौक पर एक सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने और पाकिस्तानी मीडिया, जियो न्यूज और जंग कार्यालय के शीशे तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया है। विशेष रूप से, पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान, जिन्हें अविश्वास मत से सत्ता से हटा दिया गया था, ने बुधवार को वर्तमान सरकार के खिलाफ एक लंबा विरोध मार्च निकाला था, जिसमें नेशनल असेंबली को भंग करने और अगला आम चुनाव कराने की मांग की गई और लोगों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
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