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अमेरिका में ओमिक्रॉन से हर दिन 2 हजार से ज्यादा मौतें, क्या भारत को यूएस ट्रेंड से डरना चाहिए?

अमेरिका में कोविड के नये मामलों की संख्या में कमी शुरू हो गई है, लेकिन वैज्ञानिकों के मन में अभी भी कई सवाल और डर हैं।

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वॉशंगटन, जनवरी 23: अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में कमी आनी भले ही शुरू हो गया हो, लेकिन अमेरिका में कोविड की वजह से मरने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। अमेरिका में कई लाख कोरोना संक्रमित मरीज अभी भी अस्पतालों में भरे हुए हैं और अभी भी लाखों लोग हर दिन अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं और हजारों लोग हर दिन कोविड की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं, ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं, कि क्या अमेरिका की स्थिति को देखते हुए भारत को भी डरना चाहिए? (सभी तस्वीर- फाइल)

अमेरिका में रिकॉर्ड संख्या में मौतें

अमेरिका में रिकॉर्ड संख्या में मौतें

अमेरिका में अभी भी हर दिन रिकॉर्ड संख्या में कोरोना मरीज हर दिन सामने आ रहे हैं और शुक्रवार तक देश में औसतन 7 लाख 20 हजार नये कोरोना मरीज सामने आ रहे थे, जबकि पिछले हफ्ते का औसत 8 लाख 7 हजार था। स्थिति ये है कि, ज्यादातर कोविड अस्पतालों में अभी भी नये मरीजों की भर्ती नहीं हो रही है और अस्पताल में भर्ती हजारों मरीज की हर दिन मौत हो रही है। अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या में भले ही कमी आई है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है और देश के कई इलाकों में अभी भी काफी ज्यादा मरीज हर दिन मिल रहे हैं। अमेरिका के पश्चिम, दक्षिण और ग्रेट फील्ड्स के कुछ राज्यों में अभी भी तेजी से कोरोमा संक्रमितों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। कई अस्पताल संक्रमितों से भरे हुए हैं और मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। अमेरिका में औसतन हर दिन 2 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।

स्वास्थ्य सेक्टर पर भारी दवाब

स्वास्थ्य सेक्टर पर भारी दवाब

पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से कोरोना संक्रमितों की संख्या में असाधारण वृद्धि, परीक्षण केन्द्रों पर लंबी लंबी लाइनें और देश में कोरोना कंट्रोल करने के लिए सेना की तैनाती के बीच नये मामलों की संख्या में आई थोड़ी कमी ने अमेरिका के लोगों को थोड़ी सी राहत जरूर दी है, खासकर पूर्वोत्तर राज्यों में। अपर मिडवेस्ट जैसे राज्या, जहां कोविड मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है, उसने स्वास्थ्य कर्मियों के मन में उत्साह जगाया है, कि कुछ दिनों के बाद वो कोविड को पूरी तरह से कंट्रोल करने में कामयाब रहेंगे। लंबे अर्से से डर और मास्क के सहारे जिंदगी जी रहे लोग उस दिन का इंतजार रहे हैं, जब वो बगैर मास्क सड़कों पर निकल सकें और खुली हवा में सांस ले सकें।

न्यूयॉर्क में कोरोना से थक गये लोग

न्यूयॉर्क में कोरोना से थक गये लोग

न्यूयॉर्क शहर कोरोना संक्रमण की वजह से बार बार तबाही देख रहा है और अब न्यूयॉर्क के लोग बुरी तरह से थक चुके हैं। शहर के लोगों में कोविड को लेकर थकावट साफ तौर पर देखी जा रही है और लोगों की आंखों में एक शून्यता को आसानी से महसूस किया जा सकता है। वहीं, मैनहट्टन के नगर अध्यक्ष मार्क डी लेविन ने कहा कि, "हमें अब जो करना है वह दिखावा नहीं करना है, जैसे कोविड कहीं गायब हो गया है। कोविड गायब नहीं हुआ है, लेकिन हमें इसे ऐसे प्वाइंट पर लाना है, जिससे हमारा जीवन प्रतिबंधित ना हो।"

कई राज्यों में तेजी से नये मामलों में गिरावट

कई राज्यों में तेजी से नये मामलों में गिरावट

जिन राज्यों में कोविड के नये मामलों में गिरावट शुरू हो गई है, उन राज्यों में संक्रमण के नये मामलों में और तेजी से गिरावट शुरू हो गई है। इन राज्यों का पैटर्न दक्षिण अफ्रीका जैसे हैं, जिस देश के वैज्ञानिकों ने दुनिया को ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में चेतावनी दी थी और ओमिक्रॉन वेरिएंट सबसे पहली बार अफ्रीकी देशों में ही पाया गया था। दक्षिण अफ्रीका में नए मामले दिसंबर के मध्य के टॉप पर थे और देश में 85 फीसदी से ज्यादा मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे थे। दक्षिण अफ्रीका में दिसंबर महीने में उच्चतम संक्रमितों की संख्या 23 हजार 400 मिली थी लेकिन अब नये मरीजों की संख्या गिरकर हर दिन 3500 तक आ गई है और अभ यही ट्रेंड कई अमेरिकी राज्यों में भी देखे जा रहे हैं।

वैज्ञानिकों में किस बात का डर?

वैज्ञानिकों में किस बात का डर?

अमेरिका में कोविड के नये मामलों की संख्या में कमी शुरू हो गई है, लेकिन वैज्ञानिकों के मन में अभी भी कई सवाल और डर हैं। वैज्ञानिकों के मन में सबसे बड़ा सवाल ये है, कि क्या ओमिक्रॉन वेरिएंट ने कोरोना महामारी की रफ्तार को अब थाम लिया है और कोरोना अब एक महामारी नहीं रह गई है, लेकिन वैज्ञानिकों के मन में दूसरा डर इस बात को लेकर है, कि क्या कोरोना महामारी के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बाद क्या कोई ऐसा वेरिएंट आने वाला है, जो तबाही के हर स्तर को तोड़ दे। मिशिगन विश्वविद्यालय में सार्वजनिक स्वास्थ्य शोधकर्ता ऑब्री गॉर्डन ने कहा कि, "लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि 'ओह, यह खत्म हो गया है। लेकिन इसे हम तब तक खत्म हुआ नहीं मान लेते हैं, जबतक वास्तव में यह पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता है।"

भारत के लिए चिंता की बात

भारत के लिए चिंता की बात

भारत में रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 3,33,533 नए केस सामने आए हैं, जो कि कल की तुलना में 4,171 कम केस है, जबकि 525 लोगों की मौत हुई है, जबकि 2,59,168 लोग ठीक होकर अस्पताल से लौटे भी हैं। भारत के इन आंकड़ों से पता चलता है कि, पिछले साल के मुकाबले भारत में मृत्युदर कम है, लेकिन सवाल ये है, कि क्या ओमिक्रॉन कभी भी अपनी स्थिति बदल सकता है और क्या भारत में कोविड को लेकर और सख्ती बरतनी चाहिए? भारत में इस वक्त एक्टिव केस 21,87,205 हैं तो वहीं देश का positivity rate 17.78% हो गया है। तो वहीं वैक्सीनेशन का कुल आंकड़ा 1,61,92,84,270 पहुंच गया है। देश में कुल रिकवरी 3,65,60,650 हो चुकी है तो वहीं कोविड के कारण अभी तक देश में कुल4,89,409 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।

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English summary
There has been a decrease in the number of Omicron infected in America, but the death rate is still high, should India be afraid given the American trend?
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