साउथ कोरिया और अमेरिका के बीच मिलिट्री एक्सरसाइज, किम जोंग उन ने बातचीत की कैंसिल
नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया के साथ जारी हाई लेव वार्ता को रद्द करके शांति की कोशिशों को बड़ा झटका दिया है। बुधवार को नार्थ और साउथ कोरिया के बीच वार्ता होनी थी। नॉर्थ कोरिया ने यह कदम अमेरिका-साउथ कोरिया के बीच जारी मिलिट्री एक्सरसाइज की वजह से उठाया है।
प्योंगयांग। नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया के साथ जारी हाई लेव वार्ता को रद्द करके शांति की कोशिशों को बड़ा झटका दिया है। बुधवार को नार्थ और साउथ कोरिया के बीच वार्ता होनी थी। नॉर्थ कोरिया ने यह कदम अमेरिका-साउथ कोरिया के बीच जारी मिलिट्री एक्सरसाइज की वजह से उठाया है। नॉर्थ कोरिया का कहना है कि यह एक्सरसाइज नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच बेहतर संबंधों के खिलाफ है। आपको बता दें कि अप्रैल के अंत में नार्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात की थी और वह नॉर्थ कोरिया के पहले ऐसे नेता बन गए थे जो कोरियाई युद्ध के खत्म होने के बाद साउथ कोरिया गए थे।
मिलिट्री एक्सरसाइज से नाराज नॉर्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया की आधिकारिक न्यूज एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की ओर से इस बात की आशंका तक जता दी गई है कि कहीं अगले माह नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली मुलाकात भी खटाई में न पड़ जाए। साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
अब अमेरिका सोचे आगे का
योनहाप ने केसीएनए के हवाले से लिखा है, 'अमेरिका-साउथ कोरिया के बीच मिलिट्री एक्सरसाइज जो कि साउथ कोरिया के बाहर हो रही है, वह हमें निशाना बनाने वाली है। यह एक्सरसाइज साफ तौर पर पनमुनजोम डिक्लेयरेशन के खिलाफ है। इसके अलावा कोरियाई प्रायद्वीप में सकारात्मक राजनीतिक माहौल को जान-बूझकर भड़काने वाली है।' केसीएनए ने आगे कहा है कि अमेरिका को भी इस एक्सरसाइज के बाद सावधानी से नॉर्थ कोरिया-अमेरिका शिखर सम्मेलन का विवेचना करनी चाहिए।
27 अप्रैल को किम जोंग ने उठाया था बड़ा कदम
बुधवार को नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच होने वाली वार्ता में पनमुनजोम डिक्लेयरेशन को लागू करने की योजना पर केंद्रित थी। 27 अप्रैल को नार्थ-साउथ कोरिया समिट दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर गांव पनमुनजोम में हुई थी। इस समिट में दोनों देश छह दशकों से चले आ रहे युद्ध को खत्म करने पर भी राजी हुए थे और साथ ही कोरियाई प्रायद्वीप को पूरी तरह से परमाणु मुक्त करने का वादा भी किम जोंग उन और मून जे ने एक-दूसरे को दिया था। साउथ कोरिया के उस मंत्रालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है जिसे खासतौर पर नॉर्थ कोरिया से जुड़े मामलों की देखरेख के लिए बनाया गया है।
सिंगापुर में होनी है किम जोंग और ट्रंप की मीटिंग
केसीएनए ने अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच जारी मिलिट्री ड्रिल को 'मैक्स थंडर' नाम दिया है। इस एक्सरसाइज में अमेरिका के स्टेल्थ फाइटर जेट्स और बी-52 बॉम्बर्स शामिल हैं। केसीएनए ने कहा है कि इस एक्सरसाइज के बाद नॉर्थ कोरिया के पास बातचीत को रद्द करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। केसीएनएस की ओर से यह भी कहा गया है कि अब इस बातचीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच सिंगापुर में होने वाली मुलाकात पर भी आशंका के बादल गहरा गए हैं।