NASA ने खोजे पृथ्वी के निकट मंडरा रहे 30,000 से अधिक एस्टेरॉयड, जानें क्या इनसे धरती को बड़ा खतरा है
NASA ने खोजे पृथ्वी के निकट मंडरा रहे 30,000 से अधिक एस्टेरॉयड, जानें क्या इनसे पृथ्वी को बड़ा खतरा है
NASA Discovered Asteroids: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिक आए दिन नई खोज करते रहते हैं। वहीं अब खगोलविदों ने पृथ्वी के निकट मंडरा रहे 30,000 से अधिक क्षुद्रग्रहों की खोज करने में कामयाबी हासिल की है। इतना ही नहीं और क्षुद्र ग्रहों की तलाश कर रहे हैं। पृथ्वी के आस पास मंडरा रहे इतने अधिक संख्या मिलने के क्या मायने हैं और क्या इन ग्रहों से पृथ्वी को कोई खतरा है आइए जानते हैं ?
नासा को मिली ये बड़ी कामयाबी
वहीं नासा का ये घोषणा की कि वह अंतरिक्ष में एक क्षुद्रग्रह की गति को सफलतापूर्वक बदलने में कामयाब रहा है, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि क्षुद्रग्रह सूची अब 30,000 का आंकड़ा पार कर गई है। ये निकट-पृथ्वी पिंड एक ऐसे रास्ते पर हैं जो उन्हें सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की कक्षा के करीब लाता है।
नासा का डार्ट मिशन क्षुद्र ग्रहों से पृथ्वी को बचाने में जुटा हुआ है
बता दें नासा का 34.40 करोड़ डॉलर का एक अंतरिक्ष यान क्षुद्र ग्रहों 'एस्टेरॉयड' के हमलों से पृथ्वी को बचाने में पिछले दस महीने से जुटा हुआ है। डबल एस्टेरॉयड रिडायरेक्शन टेस्ट (DART) मिशन यानी डार्ट का उद्देश्य पृथ्वी की ओर आ रहे क्षुद्र ग्रहों की दिशा को बदलने या उन्हें तोड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
सौर मंडल में फैले दस लाख क्षुद्रग्रह मिल चुके हैं
अब तक खगोलविदों को पूरे सौर मंडल में फैले दस लाख क्षुद्रग्रह मिल चुके हैं। नासा ने बताया इन 30 हजार से अधिक क्षुद्र ग्रहों में अधिकांश अंतरिक्ष चट्टानों का पता पिछले दशक में ही लगाया गया है जो सूर्य के 1.3 खगोलीय इकाइयों (एयू) के अंदर हैं। जहां सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी 1 एयू है। उन्होंने बताया कि ये क्षुद्रग्रह हमारी पृथ्वी की कक्षा के 45 मिलियन किलोमीटर के दायरे में आ सकता है।
जानें पृथ्वी को क्या है इनसे खतरा
खगोलविदों ये जानकारी भी दी कि वर्तमान में और इससे पहले अब तक खोजे गए निकट-पृथ्वी क्षुद्रग्रहों में से किसी से भी अभी कम से कम सौ वर्षों के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा हालांकि उनमें से कुछ अभी भी पृथ्वी के वायुमंडल से गुजर सकते हैं और प्रवेश से बच सकते हैं।
जानिए क्या होते हैं क्षुद्र ग्रह
क्षुद्रग्रह खगोलीय पिंड होते हैं ये हमारे ब्रह्माण्ड में इधर से उधर विचरण करते हैं। हालांकि ये आकार में ग्रहों से छोटे और उल्का पिंडों से विशाल होते हैं। दुनिया में सबसे पहला क्षुद्रग्रह, सेरेस मिला था। जिसे 1819 में ग्यूसेप पियाज़ी ने खोजा था और इसे नया ग्रह कहा जाता था।
ऋषि सुनक के पीएम बनने पर कपिल मिश्रा बोले- एक हिंदू इंग्लैंड का पीएम बन रहा, लोग पूछने लगे ये सवाल