तेल कटौती से बिगड़ गए रिश्ते! G-20 शिखर सम्मेलन में प्रिंस सलमान से दूरी बनाएंगे बाइडेन
अमेरिका कह चुका है कि, कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती करके ओपेक प्लस रूस की मदद कर रहा है। बाइडेन ने कहा था कि सऊदी अरब को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की इंडोनेशिया (indonesia) में अगले महीने होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman) के साथ मिलने की कोई योजना नहीं है। बता दें कि ओपेक प्लस के सदस्य देशों ने कच्चे तेल के उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती का निर्णय लिया था। उनके इस निर्णय से अमेरिका खासा नाराज है। वहीं, ओपेक सदस्य देशों का मानना है कि इसमें कहीं कोई चाल नहीं है। उनके इस निर्णय का उद्देश्य विशुद्ध रूप से आर्थिक है। हालांकि, अमेरिका का मानना है कि उत्पादन में कटौती कर तेल निर्यातक देशों का समूह ओपेक प्लस रूस की मदद कर रहा है।
सऊदी प्रिंस से इस वजह से नहीं मिलेंगे बाइडेन
वैश्विक ऊर्जा संकट के बीच ओपेक प्लस सदस्य देशों के कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती के निर्णय से अमेरिका काफी नाराज है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी कहना है कि,ओपेक प्लस के तेल उत्पाद में भारी कटौती के फैसले को लेकर तनाव जारी है। इन्हीं सब वजहों को लेकर अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से अगले महीने इंडोनेशिया में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात नहीं करेंगे।
बाइडेन ओपेक प्लस के निर्णय से नाराज हैं
अमेरिका कह चुका है कि, कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती करके ओपेक प्लस रूस की मदद कर रहा है। बाइडेन ने कहा था कि सऊदी अरब को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
कच्चे तेल के उत्पादन में भारी कटौती का निर्णय
बता दें कि, कच्चे तेल के उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती का निर्णय ओपेक प्लस के सदस्य देशों ने लिया है और इस निर्णय का उद्देश्य विशुद्ध रूप से आर्थिक है। इस निर्णय से विश्व में तेल मूल्य स्थिर बनाए रखने में मदद मिलेगी। यह बात सऊदी अरब ने अमेरिका के उस आरोप के बाद कही है जिसमें कहा गया है कि उत्पादन में कटौती का फैसला रूस के प्रभाव में लिया गया है।
जेक सुलिवन ने कहा...
वहीं, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि बाइडेन तेल उत्पादन में कटौती के बारे में सऊदी अरब को जवाब देने के निर्णय लेने की दिशा में विधिपूर्वक कार्य करेंगे और विकल्पों में अमेरिकी सुरक्षा सहायता में बदलाव शामिल है। सीएनएन को दिए इंटरव्यू में सुलिवन ने यूएस-सऊदी संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि, बाइडेन जल्दीबाजी में कोई फैसला नहीं लेंगे। वह व्यवस्थित, रणनीतिक तौर पर इस दिशा में कार्य करेंगे। वह इसको लेकर दोनों दलों के सदस्यों के साथ परामर्श करेंगे ताकि विकल्पों के माध्यम से आगे का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।
नाजुक दौर से गुजर रहा अमेरिका-सऊदी अरब के संबंध
तेल उत्पादन में भारी कटौती को लेकर अमेरिका और सऊदी अरब के बीच संबंध काफी नाजुक दौर से गुजर रहा है। बता दें कि, कच्चे तेल के वैश्विक उत्पादन में 20 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती के निर्णय से अमेरिका ओपेक प्लस के सदस्य देशों से नाराज है। ओपेक प्लस का यह बड़ा फैसला नवंबर से लागू हो जाएगा।
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