भारत में एक साथ रूसी विदेश मंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत जॉन केरी, जानिए क्या खिचड़ी पकेगी
जो बाइडेन के क्लाइमेट चेंज दूत जॉन केरी और रूस के विदेश मंत्री आज भारत आएंगे।
नई दिल्ली: विकास की नई बुलंदियों को छू रहा भारत विश्व का सेंटर स्टेज बनता जा रहा है। तभी तो कोरोना काल में भी विश्व के तमाम बड़े बड़े नेता लगातार भारत दौरे पर आ रहे हैं। आज एक तरफ जहां रूस के विदेशमंत्री भारत के दौरे पर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति के क्लाइमेट चेंज दूत जॉन केरी भी भारत पधार रहे हैं। इस दौरान दोनों नेता भारत के प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगे।
जॉन केरी का भारत दौरे
भारत दौरे पर आ रहे क्लाइमेट चेंज दूत जॉन केरी संयुक्त अरब अमीरात, भारत और बांग्लादेश के साथ क्लाइमेट चेंज को लेकर बैठक करेंगे। इस दौरान यूनाइटेड नेशंस के प्रेमवर्क कन्वेंशन को लेकर जॉन केरी 26वें सम्मेलन पर चर्चा करेंगे। जो बाइडेन के क्लाइमेट चेंज दूत जॉन केरी भारत सरकार, निजी क्षेत्र और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। वहीं, जॉन केरी के भारत आने से पहले नई दिल्ली स्थिति अमेरिकी दूतावास ने अपने ट्वीट में कहा है कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है जो साइंस, टेक्नोलॉजी और स्टार्ट्सअप को लेकर वैश्विक दिग्गज के तौर पर विश्व में अहम स्थान रखता है। लिहाजा जलवायु संकट के समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में भारत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अलग-थलग पाकिस्तान
एक तरफ जहां जॉन केरी भारत के दौरे पर आ रहे हैं, तो क्लाइमेट चेंज समिट से पाकिस्तान को पूरी तरह अलग रखा गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जलवायु परिवर्तन के लिए वर्चुअल क्लाइमेट चेंज कार्यक्रम रखा है। जिसमें एशिया के कई देशों को आमंत्रण भेजा गया है। भारत तो है ही, जो बाइडेन ने अमेरिका के बड़े दुश्मनों मे से एक रूस और चीन को भी कार्यक्रम से जुड़ने के लिए न्योता दिया है। यहां तक कि अमेरिका ने बांग्लादेश को भी निमंत्रण भेजा है, लेकिन पाकिस्तान को अमेरिका ने पूरी तरह से दरकिनार कर दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जलवायु परिवर्तन के लिए वर्चुअल क्लाइमेट चेंज कार्यक्रम रखा है। जिसमें एशिया के कई देशों को आमंत्रण भेजा गया है। भारत तो है ही, जो बाइडेन ने अमेरिका के बड़े दुश्मनों मे से एक रूस और चीन को भी कार्यक्रम से जुड़ने के लिए न्योता दिया है। यहां तक कि अमेरिका ने बांग्लादेश को भी निमंत्रण भेजा है, लेकिन पाकिस्तान को अमेरिका ने पूरी तरह से दरकिनार कर दिया है। जिसके बाद इमरान खान ने ट्वीटर पर अपने दर्द का इजहार करते हुए लिखा है कि 'मैं क्लाइमेट चेंज समिट में पाकिस्तान को न्योता नहीं मिलने के बाद उठ रही आवाजों से परेशान हो गया हूं। मेरी सरकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है ताकि आने वाली पीढ़ियों को नुकसान ना हो।
रूसी विदेशमंत्री का भारत दौरा
रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव आज भारत दौरे पर आ रहे हैं और चूंकी भारत के लिए रूस सबसे पुराना और बुरे दिनों का दोस्त रहा है, लिहाजा रूस के विदेश मंत्री का भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पिछले महीने अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भारत का दौरा किया था और अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद विश्व की राजनीति लगातार बदल रही है और नये नये समीकरण बन रहे हैं। रूसी विदेशमंत्री का भारत दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भी भारत का दौरा करेंगे।
रूस के विदेश मंत्री भारत दौरे के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय ने रूसी विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव के भारत दौरे से पहले कहा है कि रूसी विदेश मंत्री का भारत दौरा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध को लेकर बेहद महत्वपूर्ण है, जिसमें द्विपक्षीय संबंध, आपकी हितों के अलावा हम इंटरनेशनल मुद्दों पर भी बात करेंगे। वहीं, भारत स्थित रूसी दूतावास ने विदेश मंत्री के दौरे से पहले बयान जारी करते हुए कहा है कि 'दोनों देशों के बीच मौजूदा हालात के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बात होगी वहीं इस साल भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन को लेकर भी दोनों देश रूप-रेखा तैयार करेंगे।