क्या चीन से फैला था कोरोना वायरस, WHO पता लगाने जनवरी में जाएगा वुहान
नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) की अंतरराष्ट्रीय टीम कोविड -19(covid 19) वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए जनवरी में चीन जाएगी। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने बुधवार को इसकी घोषणा की। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता हेडिन हैल्डर्सन ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि एक्सपर्ट टीम जनवरी में चीन का दौरा करेंगी। जिसमें महामारी विशेषज्ञ और पशु स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं।
वैश्विक संगठन के वैज्ञानिक और चिकित्सा विशेषज्ञ चीन के वुहान में संदिग्ध कोरोना वायरस (coronavirus) की उत्पत्ति की जांच करेंगे। ज्यादातर देश इस महामारी के फैलने के लिए चीन को जिम्मेदार मानते हैं। उनका मानना है कि, इस बीमारी की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। कोरोनो वायरस पहली बार दिसंबर 2019 में मध्य चीनी शहर वुहान में उभरा था। इससे पहले जुलाई में भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दो विशेषज्ञ भी जांच के लिए चीन पहुंचे थे। अब एक बार फिर टीम चीन जाने वाली है।
चीन ने अपने केंद्रीय शहर से निकलने वाले वायरस की खबरों के दावों को पहले ही खारिज कर दिया है। हाल ही में, चीनी राज्य मीडिया द्वारा जारी बयान में एक शीर्ष जर्मन बायोकैमिस्ट के हवाले से कहा था कि कोरोनो वायरस वुहान में उत्पन्न नहीं हुआ है। यह दूसरे देशों द्वारा फैलाया जा रहा प्रोपेगेंडा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेड टेड्रोस एडहानॉम ने कहा था कि इस वायरस के मूल स्रोत को जानना बेहद जरूरी है।
कोरोना वायरस के चलते बीजिंग को वैश्विक आलोचना का सामना करना पड़ा था। चीन पर आरोप है कि, उसने वायरस उत्पत्ति थ्योरी को बदला और दोष को बाहरी देश पर स्थानांतरित करने की कोशिश कर रहा है। कई सिद्धांत प्रचलन में हैं । जिनमें कहा जा रहा है कि वायरस की उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप में हुई है। भारत , बांग्लादेश या सऊदी अरब, इटली या अमेरिका से वायरस दुनियाभर में फैला है।
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