S Korea और पाकिस्तान के बीच परमाणु संबंधों की हो जांच: सुषमा स्वराज
न्यूयार्क। भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु प्रसार कार्यक्रम का संपर्क किन देशों से है इसकी जांच होनी चाहिए। भारत का बयान पिछले हफ्ते जापान के ऊपर से उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद आया है। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय नियमों को दरकिनार करते हुए 3 सितंबर को हाईड्रोजन बम का परीक्षण किया था जिससे वहां 6.3 रिक्टर स्केल की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूक किए गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, 'विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर कोरिया की हालिया गतिविधियों की निंदा करते हुए उत्तर कोरिया के परमाणु प्रसार कार्यक्रम का संपर्क किन देशों से है इसकी जांच कराने की मांग की साथ ही जांच में दोषी पाए जाने वाले देशों की जवाबदेही तय करने की बात की।'
सुषमा स्वराज ने यह बयान मंगलावर को अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो के साथ हुई त्रिपक्षीय बैठक के दौरान दिया। सुषमा स्वराज हालांकि स्पष्ट रूप से पाकिस्तान या किसी अन्य देश का नाम नहीं लिया लेकिन रिपोर्टस में इस बात का इशारा किया गया है कि जब एक्यू खान पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों के मुखिया थे तब पाकिस्तान ने गुप्त तरीके से उत्तर कोरिया को परमाणु तकनीकों की सप्लाई की थी।
इस त्रिपक्षीय बैठक के दौरान तीनों नेताओं ने इसके अलावा समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और कनेक्टिविटी के मुद्दे पर भी चर्चा की। बता दें कि तीनों देश के बीच 2011 से ही इस तरह की त्रिपक्षीय बैठक जारी है।