कल से भारत होगा UN सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष, समुद्र में चीन, अफगानिस्तान में पाकिस्तान को देगा झटका!
सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और सुरक्षा परिषद के एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में अपने 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत पहली बार अध्यक्षता करने वाला है
नई दिल्ली, जुलाई 31: यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की कमान एक अगस्त से भारत के हाथों में आने वाली है। यानि, एक अगस्त से यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल का अध्यक्ष पद भारत संभालने वाला है और माना जा रहा है कि कई वैश्विक समस्याओं पर इसी महीने भारत बड़े कदम उठा सकता है। खासकर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा को लेकर भारत इस महीने कई बेहद महत्वपूर्ण फैसला कर सकता है। यूनाइटेड नेशंस महासभा के अध्यक्ष के मुताबिक भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने यूनाइटेड नेशंस महासभा के प्रमुख को भारत की अध्यक्षता के दौरान होने वाली मुख्य गतिविधियों से अवगत कराया है।
कल से भारत होगा अध्यक्ष
एक अगस्त से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता का पद संभालेगा और इस एक महीने में भारत समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद विरोधीस तीन प्रमुख क्षेत्रों में हस्ताक्षर कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि, "इसी महीने जब हम अपना 75 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, उसी महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करना हमारे लिए एक सम्मान की बात है।" भारत के अध्यक्ष पद का पहला कार्य दिवस सोमवार 2 अगस्त होगा जब टीएस तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महीने के लिए परिषद के कार्य कार्यक्रम पर एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
आतंकवाद पर भारत करेगा प्रहार
आपको बता दें कि सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और सुरक्षा परिषद के एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में अपने 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत पहली बार अध्यक्षता करने वाला है। भारत अपने दो साल के कार्यकाल के आखिरी महीने यानि अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा। अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत तीन प्रमुख क्षेत्रों - समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला करने में उच्च स्तरीय हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित करेगा। वहीं, टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि ''समुद्री सुरक्षा भारत के लिए एक उच्च प्राथमिकता है "और सुरक्षा परिषद के लिए इस मुद्दे ध्यान देना जरूरी है।
सुरक्षा का रखा जाएगा ध्यान
भारत की तरफ से कहा गया है कि शांति चाहने वाले देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत के प्राथमिक लक्ष्यों में से एक रहेगा और शांति रक्षकों के खिलआफ अपराध करने वाले दोषियों को कानून के हवाले करना भी हमारा लक्ष्य होगा। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि आतंकवाद को रोकने के लिए भारत ने हमेशा कोशिश की है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत ने हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है, लिहाजा आगे भी भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। तिरुमूर्ति ने कहा कि सुरक्षा परिषद में भारत के पिछले सात महीनों के कार्यकाल में हमेशा विभिन्न मुद्दों पर एक सैद्धांतिक और दूरदर्शी रुख को अपनाया है और हम अपनी जिम्मेदारियों को निभाने से नहीं डरते हैं। हम सक्रिय रहे हैं और हमने अपनी प्राथमिकता वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है।"
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