नॉर्थ कोरिया के परमाणु टेस्ट से परेशान अमेरिका और जापान
वाशिंगटन। शुक्रवार को जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने एशियाई दौरे को पूरा कर जापान के रास्ते अमेरिका लौट रहे थे, तभी उन्हें नार्थ कोरिया के पांचवें सबसे बड़े परमाणु परीक्षण की खबर मिली। यह परीक्षण अमेरिका के साथ ही साथ जापान को भी हैरान करने वाला है।
पढ़ें-उ. कोरिया में स्थापना दिवस पर 5वां परमाणु परीक्षण !
जापान, साउथ कोरिया और अमेरिका का प्रोग्राम
जिस समय अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जापान के प्रधानमंत्री इस बात पर विचार कर रहे थे कि दोनों आपस में नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़ी इंटेलीजेंस शेयर करेंगे, उसी समय इस घटनाक्रम ने दोनों को चौंका कर रख दिया।
अमेरिका, जापान और साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर गुरुवार से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इंटेलीजेंस शेयरिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पढे़ें-जानिए क्यों परमाणु बम से ज्यादा खतरनाक है हाईड्रोजन बम?
साल में दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट
इस वर्ष नार्थ कोरिया का यह दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट है और इसकी पुष्टि भी अब कर दी गई है। जहां साउथ कोरिया ने इस कदम को खतरनाक और विनाशकारी करार दिया तो है वहीं अमेरिका ने भी इस कदम को उकसाने वाला करार दिया है।
करते रहेंगे परमाणु टेस्ट
दूसरी ओर नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि वह आगे ऐसे टेस्ट करता रहेगा। नॉर्थ कोरिया की मानें तो अपने परमाणु हथियारों की मात्रा और गुणवत्ता को परखने के लिए वह हमेशा टेस्ट के लिए तैयार है।