शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिए जाने की बात पर खुश हुए डोनाल्ड ट्रंप, कही यह बात
वॉशिंगटन। पिछले सप्ताह नॉर्थ कोरियाई सुप्रीम लीडर किम जोंग उन से मुलाकात के बाद गदगद साउथ कोरियाई राष्ट्रपति ने ट्रंप को श्रेय देते हुए कहा कि उन्हें शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। साउथ कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन के इस बयान के बाद ट्रंप के समर्थक भी चाहते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति को नोबेल मिलना चाहिए। वहीं, दूसरी ओर अब यह बिल्कुल संभव माना जा रहा है कि इसी माह के अंतिम सप्ताह में किम और ट्रंप के बीच मुलाकात हो सकती है। जल्द ही ट्रंप और किम के मुलाकात की लोकेशन भी सार्वजनिक होने वाली है।
साउथ कोरियाई राष्ट्रपति द्वारा अपने नोबेल पुरस्कार वाले बयान पर ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि राष्ट्रपति मून ने जब यह सुझाव दिया है तो बहुत अच्छा है। मैं शांति चाहता हूं। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि हम शांति चाहते हैं। यह एक बड़ी समस्या थी और मुझे लगता है कि यह सही चल रहा है।' ट्रंप ने आगे कहा, 'देखिए मुझे लगता है कि साउथ कोरियाई मून (मून जे इन) का यह बयान बहुत ही उदार था और मैं इसकी कद्र करता हूं। लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम यह खत्म (कोरिया प्रायद्वीप में अशांति) करना चाहते हैं। मैं यह खत्म करना चाहता हूं।'
हालांकि, दोनों ही नेता पिछले साल एक-दूसरे को 'लिटिल रॉकेट मैन' और 'फायर एंड फ्यूरी' जैसी बात कर एक दूसरे पर अटैक करने की धमकी दे चुके हैं। ऐसे में ट्रंप को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार लोगों के बीच एक मजाक बन गया है। कइयों का तो यह भी कहना है कि शांति के लिए तो किम जोंग उन ने भी हाथ बढ़ाया है, ऐसे में उसे भी नोबेल मिलना चाहिए।
शांति के लिए हर साल नोबेल के हकदार शख्सियत को हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस और परमानेंट कोर्ट ऑफ एर्बिट्रेशन, अंतर्राष्ट्रीय कानून संस्थान के सदस्य, इतिहास, सामाजिक विज्ञान, कानून, दर्शन, धर्मशास्त्र और धर्म के विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, विश्वविद्यालय के प्रमुख और शांति अनुसंधान या विदेशी नीति संस्थानों के निदेशक, पिछले शांति पुरस्कार विजेता, शांति पुरस्कार विजेताओं के संस्थानों के लिए निदेशक मंडल के सदस्य, नार्वेजियन नोबेल समिति के वर्तमान और पूर्व सदस्य और नार्वेजियन नोबेल समिति के पूर्व सलाहकार मिलकर नॉमिनेट करते हैं।