डोनाल्ड ट्रंप का जाते-जाते चीन को झटके देने का सिलसिला जारी, लगाए ये नए प्रतिबंध
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर काफी समय से आक्रामक रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद भी उनकी चीन को लेकर आक्रामकता कम नहीं हुई है। व्हाइट हाउस को खाली करने से पहले उनका चीन को झटके देने का सिलसिला जारी है। बुधवार को ट्रंप प्रशासन ने एक अहम फैसला लेते हुए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के लिए यात्रा वीजा प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही एक सैन्य-लिंक्ड फर्म से कपास आयात पर भी प्रतिबंध लगाया है, इस फर्म पर स्लेव लेबर के आरोप लगे थे।
नए बिल पर भी कर सकते हैं हस्ताक्षर
डोनाल्ड ट्रंप चीन पर काफी आक्रामक रहे हैं। कोरोना वायरस के मुद्दे पर भी उन्होंने चीन को काफी कोसा और कई कदम उठाए थे। अब ये प्रतिबंध लगाए हैं और इसके बाद एक और बिल पर भी हस्ताक्षर करने की बात कही जा रही है। ये विधेयक अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रीजेनटेटिव ने पारित किया है। इस को ट्रंप की मंजूरी मिलने के बाद चीनी कंपनियों को परेशानी आएगी। चीनी कंपनियों को अमेरिकी एक्सचेंज से बाहर आना पड़ेगा।
ईरान को लेकर भी लगाए चीन पर प्रतिबंध
बीते महीने भी अमेरिका ने चीन और रूस की चार कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। यह कार्रवाई ईरान के मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने को लेकर की गई। चारों कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने का एलान करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हा कि ईरान का मिसाइल कार्यक्रम चिंता का विषय बना हुआ है। उनका देश परमाणु हथियारों से जुड़ी गतिविधियों को लेकर तेहरान के खिलाफ सख्त कदम उठाना जारी रखेगा। ईरान को अपने परमाणु क्षमताओं में बढ़ोतरी करने से रोकने के लिए हम प्रतिबंध संबंधी अपने सभी उपायों का इस्तेमाल जारी रखेंगे।
जनवरी में अमेरिका में बदलेगा राष्ट्रपति
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन से चुनाव हार गए है। एक माह पहले हुए राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन ट्रंप को डेमोक्रेट जो बाइडेन के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। बाइडेन को जहां 300 से ज्यादा इलेक्टोरल वोट्स हासिल हुए हैं तो वहीं ट्रंप का खाता बस 232 इलेक्टोरल वोट्स पर ही सिमट कर रह गया है। जिसके बाद अगले साल जनवरी में अमेरिका में नए राष्ट्रपति सत्ता संभालेंगे।
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