गलवान घाटी में हुई झड़प में शामिल सैनिक को चीन ने सौंपी ओलंपिक मशाल
बीजिंग, 2 फरवरी: चीन ने 2020 में गलवान घाटी में भारतीय सेना के साथ हुई झड़प में शामिल रहे एक सैनिको को बीजिंग ओलंपिक्स में मशालची बनाया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने ये जानकारी दी है। अखबार ने बताया है कि चार फरवरी से शुरू हो रहे बीजिंग विंटर ओलंपिक में सैनिक क्यूई फैबाओ को भी मशाल सौंपी गई है। फैबाओ गलवान घाटी में हुए संघर्ष में घायल हुए थे। इस झड़प में भारत के 20 सैनिकों की जान गई थी।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, गलवान में लड़ने वाले पीएलए रेजिमेंट कमांडर क्यूई फैबा ने रिले के दौरान टार्च संभाला, जिनको गलवान घाटी में सिर में चोट लगी थी। अखबार ने बताया है कि 4 फरवरी से शुरू हो रहे विंटर ओलंपिक में 1200 मशालधारकों ने मशाल के साथ दौड़ लगाई है। 4 फरवरी को इसे नेशनल स्टेडियम में लाया जाएगा और इसके साथ ही बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों की शुरुआत हो जाएगी। चीन 4 फरवरी से 20 फरवरी तक बीजिंग मे होने वाले शीतकालीन ओलंपिक का मेजबान है।
भारत-चीन के बीच काफी समय से बना है तनाव
भारत और चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर करीब दो साल से विवाद चल रहा है। इसको लेकर लगातार तनाव बना हुआ है। जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों की जान गई थी। वहीं चीनी सेना के भी कुछ सैनिकों के घायल होने की बात सामने आई थी। इस झड़प के बाद तनाव को कम करने के लिए चीन और भारत के बीच 14 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन इससे कोई समाधान नहीं निकल सका है। हालांकि दोनों देश लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि बातचीत के जरिए ही वो विवाद को हल करेंगे।
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