जनरल रावत के बयान पर चीन ने कहा- डोकलाम हमारे अधिकार क्षेत्र में, हम गश्त करते रहेंगे
बीजिंग। चीन ने मंगलवार को इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के उस बयान पर हैरान करने वाली प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि डोकलाम से पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) में भारी कमी आई है। हालांकि, अब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि संप्रभु अधिकार के लिए उनकी सेना उस क्षेत्र में गश्त करती रहेगी। जनरल रावत ने कहा था कि दोनों देशों ने आपसी समझौते से डोकलाम गतिरोध को खत्म कर दिया था। भुटान के डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन की सेना करीब 75 दिनों तक आमने-सामने खड़ी थी।
जनरल रावत के बयान के बाद चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'डोंग लांग (डोकलाम) चीन का हिस्सा है और यह लगातार चीनी अधिकार क्षेत्र में रहा है। इस क्षेत्र में कोई विवाद नहीं है।' चीन ने कहा कि डोंग लांग इलाके में चीनी सैनिकों की तैनाती व गश्त संप्रभुता के अधिकार में आता है और यह ऐतिहासिक संकल्प की व्यवस्था व क्षेत्रीय संप्रभुता बनाए रखने के अनुरूप है।
हालांकि, चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने जनरल रावत के अरुणाचल प्रदेश के टूटिंग क्षेत्र वाले बयान पर पल्ला झाड़ दिया। रावत ने कहा था कि दिसबंर के अंतिम सप्ताह में अरुणाचल प्रदेश के टूटांग वाले क्षेत्र में पैदा हुए तनाव को भारत और चीन ने आपसी समझौते से हल निकाल दिया है। लू कांग ने कहा कि भारत-चीन के पूर्वी सेक्शन में भारी विवाद है।
लू कांग ने कहा कि इस विवाद (टूटांग) से निपटने के लिए हमें आपसी सहमति से एक समझौते तक पहुंचना होगा, लेकिन इससे पहले उस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बहाल करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम सही तरीकों से इस विवाद से हल निकाल सकते हैं।
डोकलाम की तरह एक और विवाद पैदा करना चाहता है चीन