ट्रेड वॉर के बीच चीन के लिए बुरी खबर, 17 साल में पहली बार हुआ 28 अरब डॉलर का घाटा
बीजिंग। अमेरिका के साथ चल रही ट्रेड वॉर के बीच चीन को बड़ा वित्तीय घाटा उठाना पड़ रहा। ड्रैगन को घाटा भी कोई ऐसा वैसा नहीं हुआ है, 17 साल में पहली बार उसे इतना तगड़ा झटका लगा है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 की पहली तिमाही में चीन के चालू वित्तीय खाते पर करीब 28 अरब डॉलर की मार पड़ी है। जिन क्षेत्रों में चीन को घाटा उठाना पड़ा है, उनमें आयात-निर्यात सबसे ऊपर है। अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, चीन को साल 2001 के बाद पहली बार इतना बड़ा घाटा झेलना पड़ा है।
चीन के स्टेट ऐडमिनिस्ट्रेशन ऑफ फॉरेन एक्सचेंज (SAFE) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, ड्रैगन के ट्रेड सरप्लस में 35 फीसदी की गिरावट आई है।
विशेषज्ञों
का
मानना
है
कि
चीन
अब
दुनिया
का
सबसे
बड़ा
एक्सपोर्टर
कहलाना
पसंद
नहीं
कर
रहा
है।
वह
घरेलू
मार्केट
पर
ज्यादा
फोकस
कर
रहा
है।
उनकी
नजर
में
यह
वित्तीय
घाटा
इसी
रणनीतिक
बदलाव
का
परिणाम
है।
दूसरी
ओर
स्टेट
ऐडमिनिस्ट्रेशन
ऑफ
फॉरेन
एक्सचेंज
(SAFE)
ने
इसके
पीछे
तात्कालिक
वजहों
को
अहम
कारण
बताया
है।
पिछले काफी समय से अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर छिड़ी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में आने के बाद से ही चीन के साथ ट्रेड गैप का मुद्दा उठा रहे हैं। अमेरिकी आंकड़ों के हिसाब से चीन-यूएस के बीच 370 अरब डॉलर का ट्रेड गैप है। अब अमेरिका इसकी भरपाई करने के लिए लगातार कदम उठा रहा है। ट्रेड गैप का सीधे शब्दों में मतलब निकालें तो यह कहा जा सकता है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते तो काफी गहरें हैं, लेकिन इसमें चीन की हिस्सेदारी ज्यादा है। ट्रंप को इसी बात से दिक्कत है।