पीएम मोदी पहले भी आ चुके हैं वुहान, जानकर चौंक गए थे जिनपिंग और चीनी अधिकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों चीन के दौरे से लौटे हैं। पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इनवाइट के बाद उनसे 'अनौपचारिक मुलाकात' के लिए सेंट्रल चीन के शहर और हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान गए थे। दो दिनों तक जिनपिंग और मोदी के बीच छह मुलाकातें हुईं।
बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दिनों चीन के दौरे से लौटे हैं। पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इनवाइट के बाद उनसे 'अनौपचारिक मुलाकात' के लिए सेंट्रल चीन के शहर और हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान गए थे। दो दिनों तक जिनपिंग और मोदी के बीच छह मुलाकातें हुईं। इन मुलाकातों में एक मुलाकात ऐसी भी थी जिसने जिनपिंग को हैरान कर दिया था। चीनी राष्ट्रपति और कई अधिकारी पीएम मोदी की उस बात को जानकर काफी हैरान थे कि वह दूसरी बार वुहान आ रहे हैं। भारत में चीन के राजदूत ल्यू झाओहुई ने शुक्रवार को यह राज बताया और कहा कि पीएम मोदी से यह बात सुनकर सभी अधिकारी हैरत में थे। पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच हुबई म्यूजियम में पहली मुलाकात हुई थी और यहीं पर उन्होंने जिनपिंग को बताया था कि वह पहले भी चीन आ चुके हैं।
आधिकारिक दौरे की जानकारी रखने वाले भी अनजान
चीनी अधिकारी जो हर द्विपक्षीय मुलाकात और आधिकारिक दौरों की हर छोटी से छोटी जानकारी सहेज कर रखते हैं, उन्हें इस बात के बारे में कुछ मालूम ही नहीं था कि पीएम मोदी दूसरी बार वुहान आ रहे हैं। ल्यू ने बताया, 'हमें इस बारे में कुछ भी नहीं मालूम था कि पीएम मोदी पहले वुहान आ चुके हैं।' ल्यू ने यह बात उन लोगों से बताई जो जिनपिंग-मोदी की मुलाकात के समय मौजूद थे। पीएम मोदी साल 2001 में पहली बार गुजरात के सीएम बने थे। गुजरात के सीएम रहते ही पीएम मोदी वुहान गए थे।
वुहान दौरे के बारे में क्या बताया था मोदी ने
पीएम मोदी ने जिनपिंग से अपनी वुहान ट्रिप के बारे में बातें की और साथ इस बात की भी तारीफ की कि चीन ने खुद को तेज और उदारवादी देश के तौर पर विकसित कर लिया है। उन्होंने पूर्व में हुई अपनी वुहान यात्रा का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने बताया कि जब वह गुजरात के सीएम थे तो वुहान आए थे। मोदी ने कहा, 'जब मैं गुजरात का सीएम था तो मुझे वुहान का दौरा करने का मौका मिला था। मैंने थ्री गॉर्ज डैम के बारे में भी सुना था। जिस तेजी से आपने इसका निर्माण किया, उसने मुझे काफी प्रभावित किया। इसलिए मैं यहां पर एक स्टडी टूर पर आया और मैंने एक दिन डैम पर बिताया।' थ्री गॉर्ज प्रोजेक्ट यांग्त्जे नदी पर बना है। यह डैम 2,309 मीटर लंबा है और 185 मीटर चौड़ा है। इसमें 32 हाइड्रोपावर टर्बो जनरेटर्स लगे हैं।
गुजरात से आए टेबल क्लॉथ और असम से चाय
ल्यू ने कहा कि चीन ने वुहान में पीएम मोदी के दौरे को आरामदायक बनाने के लिए खास इंतजाम किए थे। गुजरात से पीएम मोदी के खास टेबल क्लॉथ आए थे और उनके लिए असम की चाय का इंतजाम भी किया था। चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने खुद इन इंतजामों को देखा था। ल्यू ने जानकारी दी कि जिनपिंग ने अपने कार्यकाल के पिछले पांच वर्षों में भारतीय पीएम से 13 बार मुलाकात की है। ल्यू के मुताबिक चीनी अधिकारियों को इस बात का पता लगा था कि मोदी को गुजरात के टेबल क्लॉथ काफी पसंद हैं। इसलिए अनौपचारिक समिट के लिए इन टेबल क्लॉथ को खासतौर पर मंगवाया गया। सिर्फ इतना ही चीन में कभी भी असम की चाय सर्व नहीं होती लेकिन पीएम मोदी के लिए खासतौर पर असम की चाय मंगाई गई थी।
जिनपिंग ने तैयार करवाया खास मेन्यू कार्ड
मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए राजी हुए हैं। इसके अलावा दोनों देशों के लोगों को आपस में जोड़ने के लिए उच्च स्तर की प्रक्रिया के लिए भी दोनों देश राजी हुए हैं। पीएम मोदी के सम्मान में जिनपिंग की ओर से जो लंच आयोजित किया गया था, उसके मेन्यू कार्ड पर तिरंगे के रंग हैं। इसके अलावा इस पर भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर का चित्र भी है। कहा जा रहा है जिनपिंग के इस मेन्यू कार्ड से जुड़ी हर छोटी से छोटी डिटेल पर व्यक्तिगत तौर पर ध्यान दिया था।