कर्मचारी जल्दी घर जा कर बच्चे पैदा कर सके, इसलिए चीनी कंपनियों ने खत्म किया ओवरटाइम
हांगकांग, 16 जुलाई। भारत में जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए जनसंख्या नीति लाने पर बहस छिड़ी हुई है वहीं चाइना जो जनसंख्या के मामले में नबंर वन पर हैं। वहां जनसंख्या बढ़ाने की कवायद की जा रही है। सुनकर आपको अजीब जरूर लगेगा लेकिन ये सच्चाई है। चाइना में प्राइवेट कंपनियों ने सरकार से इजाजत मिलने के बाद ओवरटाइम खत्म कर दिया है, ताकि लोग जल्दी घर जा सके और वो बच्चे पैदा कर सकें।
जानिए क्यों चाइना को लेना पड़ा ये फैसला
बता दें जनसंख्या के मामले में चीन दुनिया में पहले नंबर पर वर्षों से है, यहीं कारण था कि चाइना ने बढ़ती आबादी पर रोक लगाने के लिए कुछ साल पहले सख्त नियम लागू किए थे, जिसके बाद वहां प्रजनन दर में कमी आई थी। इसके परिणामस्वरूप, अधिकांश जनसंख्या वृद्धावस्था की ओर बढ़ने लगी। यही कारण है कि इस नियम में कुछ ढील दी गई है ताकि देश के युवा दंपत्ति प्रजनन दर को बढ़ा सकें। इसके लिए कंपनियों ने अब काम के ओवरटाइम को खत्म करने का फैसला किया है। इसके साथ ही दो के बजाए तीन दिन का वीकेंड करने की भी कुछ कंपनियों ने पहल की है
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चीन में घटती प्रजनन दर को बढ़ाने के लिए युवाओं को जल्दी भेजा जा रहा घर
चीनी टेक फर्म बायटाडंस दो अन्य टेक फर्मों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने हाल ही में अपनी ओवरटाइम कार्य नीति को रद्द कर दिया है। भारत में खूब पॉपुलर हुई टिकटॉक कंपनी के भी कर्मचारियों को भी ओवरटाइम से निजात मिल गई है। शेयरिंग ऐप और टिकटॉक की पैरेंट कंपनी चीनी टेक फॉर्म बाइट डांस ने ओवरटाइम खत्म कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य चीन में घटती प्रजनन दर को बढ़ाने के अपने राष्ट्रीय उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद करना है। द स्ट्रेट टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ओवरटाइम वर्क कल्चर को खत्म करने का मकसद नवजात शिशुओं की घटती संख्या को बढ़ाने के राष्ट्रीय मकसद को पूरा करना है।
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1 अगस्त से पूरी तरह लागू हो जाएगी ये नीति
यह नीति इसी साल 1 अगस्त से पूरी तरह लागू हो जाएगी। चीन की कंपनियों के वर्क कल्चर में बदलाव ऐसे समय में आया है जब कर्मचारी दिन में 12-12 घंटे काम कर रहे हैं। चीनी कंपनियां वहां रात 9 बजे सुबह 9 बजे काम करती हैं, जो अब इसे सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक करने की योजना है ताकि निजी जीवन और प्रोफेशनल लाइफ के बीच ठीक-ठाक बैलेंस बन सके और युवा अपनी निजी जिंदगी को पर्याप्त समय दे सकें।
वर्क प्रेशर निजी जीवन को कर रहा है प्रभावित
चीनी अखबार द स्ट्रेट टाइम्स के मुताबिक, युवा जोड़ों को काम का अधिक बोझ महसूस होता है, जो उनके निजी जीवन पर भी होता है। पिछले साल चीन में राष्ट्रीय प्रजन दर 1.3 के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई थी। इसका मुख्य कारण यह है कि "नेई जुआन" को बताया गया है कि कंपनी के अन्य कर्मचारी दूसरे कर्मचारी के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए दबाव में आते हैं ताकि वे पीछे न रहें ऐसे में वो अपनी पर्सनल लाइफ पर ध्यान नहीं दे पाते हैं।
दो बच्चों की नीति के कारण वृद्धजनों की संख्या बढ़ती गई
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व चाइना से खबर आई कि चीन में लगातार बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसके बाद चीन की सरकार ने देश में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया है। दो बच्चों की नीति के कारण वृद्धजनों की संख्या बढ़ती गई और खतरे के निशान पर पहुंच गई। ऐसे में कंपनियां ओवरटाइम खत्म करके और नए नियमों को लागू करके जनसंख्या बढ़ाने के लिए ये नीति लागू कर रही है।