चीन के हाथों में खेल रहा है कनाडा: अमरीका
कनाडा ने विश्व व्यापार संगठन में अमरीका की व्यापार नीतियों की जमकर शिकायत की है.
कनाडा ने अमरीका की मौजूदा व्यापार नीति के ख़िलाफ़ तीखा हमला बोला है. उसने विश्व व्यापार संगठन में अमरीका के ख़िलाफ़ व्यापक शिकायत दर्ज़ कराई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स अनुसार इस कलह के बीच अमरीका ने कहा है कि कनाडा ऐसा कर अपने ही हितों का नुक़सान कर बैठेगा. इसके साथ ही अमरीका ने यह आरोप भी लगाया कि कनाडा चीन के हाथो में खेल रहा है.
कनाडा ने अमरीका द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एंटी-डंपिंग और एंटी सब्सिडी ड्यूटी को चुनौती दी है. क़रीब 200 उदाहरणों के आधार पर कनाडा ने कहा है कि अमरीका चीन, भारत, ब्राज़ील और यूरोपिय यूनियन समेत लगभग सभी संबंधित व्यापार साझेदारों के साथ ग़लत कर रहा है.
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कनाडा के इस आरोप पर अमरीकी ट्रेड प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटज़र ने कहा, ''विश्व व्यापार संगठन में विचार-विमर्श के लिए कनाडा का नया अनुरोध अमरीकी व्यापार सिस्टम पर बेकार और बेतुका हमला है. अगर कनाडा इन बेबुनियाद दावों को लेकर कामयाब भी हो जाता है तो उसका प्रारंभिक फ़ायदा अन्य देशों को मिलेगा न कि कनाडा को. कनाडा की शिकायत उसके लिए ही ठीक नहीं है.''
कनाडा ने अमरीकी व्यापार नियमों में कथित तकनीकी गड़बड़ी को लेकर 32 पन्नों की शिकायत की है. इसमें अमरीकी अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग की भी निर्यात नियंत्रण में विभाजनकारी नीतियों को लेकर शिकायत की गई है.
कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा है कि अमरीका में नौकरियां बचाने के नाम पर कनाडाई उत्पादों पर टैक्स लगाया जा रहा है. फ्रीलैंड ने कहा, ''हमलोग अमरीका से ठोस बातचीत जारी रखेंगे.''
कनाडा का कहना है कि अमरीकी उत्पादक डब्ल्यूटीओ के एंटी-डंपिग समझौते का उल्लंघन कर रहे हैं. इसके साथ ही कनाडा ने सब्सिडी और मूल्य निर्धारण के नियमों के उल्लंघन का आरोप भी अमरीका पर लगाया है.
कनाडा का ये भी कहना है कि अमरीका अपने हितों की रक्षा के लिए कई अंतरराट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 'अमरीका फ़र्स्ट' की नीति पर चल रहे हैं. इसी के तहत उन्होंने कई बहुसदस्यीय व्यापार समझौतों को भी रद्द किया है.
डब्ल्यूटीओ के नियमों के अनुसार अमरीका के पास शिकायतों को सुलझाने के लिए 60 दिनों का समय है या फिर डब्ल्यूटीओ इस पर फ़ैसला सुनाएगा.
रॉबर्ट लाइटज़र ने कहा कि कनाडा की मांग से दोनों देशों के बीच पारस्परिक फ़ायदे वाले व्यापारों को धक्का लगेगा. उन्होंने कहा कि इससे कनाडा अपना ही नुक़सान कर रहा है.
रॉबर्ट ने कहा, ''चीन और अन्य देशों से आयात की बाढ़ का नकारात्मक असर अमरीका में अरबों डॉलर के कनाडाई निर्यात पर पड़ेगा. इनमें क़रीब नौ अरब डॉलर का इस्पात और एल्युमीनियम उत्पाद और ढाई अरब डॉलर से ज़्यादा लकड़ी और काग़ज के उत्पादों के निर्यात शामिल हैं.''