WhatsApp के इस फेक ऐप से रहें सावधान, अब तक 10 लाख बन चुके हैं बेवकूफ
नई दिल्ली। गूगल प्ले स्टोर की सिक्योरिटी सिस्टम में गंभीर चूक सामने आई है। प्ले स्टोर पर बीतें कई दिनों से WhatsApp का एक फर्जी ऐप मौजूद था। इस ऐप को करीब 10 लाख लोगों ने अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड किया लेकिन गूगल का इस पर ध्यान नहीं गया। खास बात यह है कि ये फर्जी ऐप भी उसी डेवलपेर के नाम से प्ले स्टोर पर मौजूद था जिस डेवलपेर के नाम से WhatsApp का असली ऐप मौजूद है।
WhatsApp Inc है असली डेवलेपर
इस फर्जीवाड़े पर सबसे पहले एक रेडिट यूजर का ध्यान गया. इस यूजर ने बताया कि जिसने भी इसे डाउनलोड किया, इस ऐप ने उसे नुकसान पहुंचाया है। बता दें कि प्ले स्टोर पर व्हाट्सऐप का ऐप WhatsApp Inc डेवलेपर के नाम से मौजूद है। डेवलेपर के नाम से ही असली नकली ऐप की पहचान की जाती है। लेकिन इस मामले में दोनों ऐप के डेवलेपर का एक ही नाम था जो प्ले स्टोर की सुरक्षा खामियों को उजागर करता है।
कैसे एक ही डेवलेपर ने जारी किया ऐप?
मिली जानकारी के मुताबिक इस ऐप के डेवलपेर नाम WhatsApp Inc दिखाने के लिए गूगल प्ले स्टोर के सिक्योरिटी सिस्टम को हैक किया गया था। इस तरह की हैकिंग को यूनिकोड कहा जाता है। यूनिकोड के जरिए हैकर्स ने फर्जी ऐप के डेवलेपर का नाम बदलकर WhatsApp Inc कर दिया था। यूजर्स को भी लगा यह असली ऐप है और इस तरह 10 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे डाउनलोड कर लिया।
गूगल फर्जी ऐप को रोकने का करता है दावा
बता दें कि गूगल प्ले स्टोर ने हाल ही में गूगल प्ले स्टोर प्रोटेक्ट लॉन्च किया था। गूगल ने कहा था इसके जरिए वो प्ले स्टोर पर मौजूद सभी फर्जी ऐप की पहचान कर उन्हें डिलिट करेगा। गूगल रोज लाखों ऐप की जांच की बात भी करता है। ऐसे में प्ले स्टोर पर हफ्तों तक मौजूद रहा WhatsApp का फर्जी ऐप गूगल के इन दावों पर सवाल खड़ा करता है। साथ ही यूजर्स को भी कोई ऐप डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
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