9/11 की भविष्यवाणी करने वाली ज्योतिष ने व्लादीमिर पुतिन को लेकर भी की है ये भविष्यवाणी
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति चुनाव में चौथी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले व्लादिमीर पुतिन के बारे में कभी 'ब्लाइंड बाबा' के नाम से मशहूर बुल्गारियन नागरिक बाबा वांगा ने कहा था कि यह शख्स एक दिन दुनिया पर राज करेगा। ब्लाइंड बाबा बचपन से ही देखने में असमर्थ हैं। इस बुल्गारियन महिला ने अमेरिका में 11 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले सहित कई अन्य भविष्यवाणियां की थीं और उनकी करीब 85 प्रतिशत भविष्यवाणियां पर सच साबित हुईं।
कोई नहीं रोक सकता है पुतिन को
ब्रिटेन के डेली मेल यूके के मुताबिक, 'बाल्कन्स की नॉस्त्रादमस' के रूप में मशहूर बुल्गारियन नागरिक बाबा ने कभी लेखक वैलेंटाइन सिदोरोव से कहा था कि रूस एक दिन 'दुनिया का लीडर अगुवा होगा, जबकि यूरोप वेस्टलैंड बन जाएगा।' वहीं, बर्मिंघम मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा वांगा ने 1979 में कहा था, 'सबकुछ खत्म हो जाएगा, केवल व्लादिमीर (पुतिन) और रूस का दबदबा ही रह जाएगा। उसे कोई नहीं रोक सकता।'
दो दशक पहले संभाली थी कमान
रूसी राजनीति में पुतिन के बढ़ते दबदबे को देखते हुए उनकी इस भविष्यवाणी को लेकर चर्चााओं का बाजार गर्म है। पुतिन ने करीब दो दशक पहले दिसंबर 1999 में रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह तभी से रूसी राजनीति और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में मजबूत नेता बने हुए हैं। 65 साल के पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी रूस की ताकत दिखाने से परहेज नहीं किया और न ही ऐसा करने की अपनी चाहत कभी छिपाई।
अक्सर सही साबित हुई हैं भविष्यवाणियां
बहरहाल, 'ब्लाइंड बाबा' ने दुनिया के बारे में कई अन्य भविष्यवाणियां भी कीं, जो पर सही साबित हुईं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने यानी ब्रेग्जिट को लेकर भविष्यवाणी भी कुछ दशक पहले ही कर दी थी और कहा था कि यह 2016 तक हो जाएगा। उनकी इस भविष्यवाणी को भी सही माना जा रहा है, क्योंकि ब्रिटेन ने 23 जून, 2016 को यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए मतदान किया था। बाबा का निधन 1996 में 85 साल की उम्र में हो गया था।
अमेरिका ने लगाया पुतिन पर हस्तक्षेप का आरोप
पुतिन के कार्यकाल में अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप भी लगा। इसके केंद्र में पुतिन के पुराने सहयोगी येवगेनी प्रिगोजहिन रहे। आरोप लगा कि पुतिन की शह पर उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को ट्रंप के पक्ष में प्रभावित करने की कोशिश की। यह मामला सोशल मीडिया पर खूब उछला और इसने अमेरिकी राजनीति में भी खूब उथल-पुथल मचाई। अमेरिका ने पुतिन के कई करीबी अफसरों पर प्रतिबंध लगा दिए तो अमेरिका में इस मामले को लेकर जांच का सिलसिला अब भी जारी है।