एल सल्वाडोर में बिटकॉइन वालेट को मिले बंपर यूजर, 1 सप्ताह में 5 लाख पार
एल सल्वाडोर, 15 सितम्बर। लगातार उतार-चढ़ाव के बावजूद दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के चाहने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाले एल सल्वाडोर में मात्र एक सप्ताह में ही बिटकॉइन वालेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। एल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा है कि देश में 5 लाख से ज्यादा लोग बिटकॉइन वालेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एल सल्वाडोर बीते 7 सितम्बर को बिटकॉइन को कानूनी निविदा (लीगल टेंडर) के रूप में मान्यता देने वाला पहला देश बना था। 66 लाख लोगों की आबादी वाले एल सल्वाडोर में अमेरिकी डॉलर के साथ बिटकॉइन को भी आधिकारिक तौर पर लेन-देन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
5
लाख
से
अधिक
यूजर
राष्ट्रपति
नायब
बुकेले
ने
बताया
है
कि
"वर्तमान
में
हमारे
पास
(चिवो
वॉलेट
के)
5
लाख
से
अधिक
उपयोगकर्ता
हैं।"
"चिवो वॉलेट" एक इलेक्ट्रॉनिक एप्लिकेशन है जिसे सल्वाडोर में क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन करने के लिए डाउनलोड कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में 30 डॉलर के बराबर साइन-अप बोनस मिलता है।
बुकेले ने यह भी बताया कि वॉलेट में आने वाली तकनीकी त्रुटियों को ज्यादातर हल कर लिया गया है, और सॉफ्टवेयर कुछ दिनों में पूरी तरह से चालू हो जाएगा। बता दें कि 7 सितम्बर को कानूनी मान्यता देने के बाद से ही इसे रोलआउट करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था क्योंकि चिवो सॉफ्टवेयर क्रैश हो गया था। इसके बाद बिटकॉइन में तेज गिरावट दर्ज की गई थी और कुछ ही समय में इसकी कीमतें 17 प्रतिशत लुढ़क गई थीं।
तेजी
से
बढ़
रही
बिटकॉइन
वालों
की
संख्या
बिटकॉइन
को
कानूनी
निविदा
के
रूप
में
मान्यता
दिलाने
में
सबसे
अधिक
प्रयास
करने
वाले
राष्ट्रपति
बुकेले
ने
कहा
है
कि
देश
में
व्यवसाय
से
जुड़े
क्षेत्रों
में
बिटकॉइन
को
डॉलर
की
जगह
स्वीकार
करने
वालों
की
संख्या
तेजी
से
बढ़ती
जा
रही
है।
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बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने को लेकर सरकार का कहना है कि यह परियोजना देश के कई नागरिकों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करेगी। सरकार का यह भी मानना है कि इससे प्रेषण पर लाखों डॉलर के कमीशन को कम कर करने में मदद मिलेगी जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पांचवे हिस्से से भी अधिक है।
हालांकि क्रिप्टो बाजार के विशेषज्ञ और नियामक क्रिप्योकरेंसी में होने वाली भारी अस्थिरता, उच्च गरीबी और बेरोजगारी वाले देश में मुद्रास्फीति पर इसके संभावित प्रभाव और सुरक्षा की कमी के बारे में चिंतित हैं। इन चिंताओं के बीच एक बार फिर से बिटकॉइन वापसी करती नजर आ रही है।