पाकिस्तान सीमा पर ईरान के 10 सैनिकों का अपहरण, सुन्नी आतंकवादी ग्रुप ने ली जिम्मेदारी
तेहरान। पाकिस्तान की सीमा पर ईरान के कम से कम 10 सैनिकों को अपहरण हो गया है। ईरान स्टेट मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को जिन सैनिकों को अपहरण हुआ हैं उसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स भी शामिल हैं। सुन्नी अलगाववादियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहाराया जा रहा है। ईरान टीवी चैनल से बात कर रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि उनके कुछ साथियों को आतंकवादियों ने पाकिस्तान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत से अपहरण किया है।
ईरान सेना ने फिलहाल यह नहीं बताया है कि उनके कितने जवानों का अपहरण हुआ हैं, लेकिन IRNA न्यूज एजेंसी ने दावा किया है कि करीब 14 लोगों का सुबह करीब 4 से 5 बजे के बीच अपहरण कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, सुन्नी आतंकी ग्रुप जैश अल-अद के प्रवक्ता इब्राहिम अजीजी ने दावा किया है कि उन्होंने कम से कम 10 ईरानी सैनिकों को बंधक बना दिया हैं।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को भेजे ऑडियो क्लिप में अजीजी ने कहा, 'आज सुबह जैश अल-अद ने मिर्जावेह बॉर्डर पोस्ट पर अटैक कर उनके सारे हथियार छीन लिए हैं।' अजीजी ने कहा कि उन्होंने ईरानी सेना पर अटैक कर उस हमले का बदला लिया है, जो उन्होंने सिस्तान-बलूचिस्तान में सुन्नी लोगों को निशाना बनाया था। बता दें कि पिछले महीने ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने 4 सुन्नी आतंकवादियों को मार गिराया था। हालांकि, रॉयटर्स इस ऑडियो क्लिप को वेरीफाई नहीं कर पाया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान का सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से नशीली दवाओं के तस्करी गिरोहों और अलगाववादी आतंकवादियों की वजह से अशांति से पीड़ित है, जिससे ईरान सबसे ज्यादा प्रभावित है। ईरान का कहना है कि टेरर ग्रुप्स के लिए पाकिस्तान सबसे सेफ जगह है। पिछले महीने ईरान ने चेतावानी देते हुए कहा था कि यदि इस्लामाबाद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने में नाकाम रहता है, तो वे उनके निपटेंगे।