ISI के पूर्व प्रमुख दुर्रानी पर सेना की कोर्ट ऑफ इनक्वायरी
पाकिस्तानी सेना की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी की विवादित किताब 'द स्पाई क्रॉनिकल्स' को लेकर जांच शुरू करेगी.
दुर्रानी ने यह किताब भारत की खुफ़िया एजेंसी रॉ (रिसर्च एनलिसिस विंग) के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत के साथ मिलकर लिखी है.
पाकिस्तान में दुर्रानी को न केवल औपचारिक जांच का सामना करना होगा बल्कि उनका नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में भी डाला जाएगा. इस लिस्ट में नाम आने पर सरकार कई तरह की पाबंदी लगा देती है.
इसकी घोषणा पाकिस्तान की सेना के प्रमुख प्रवक्ता ने की है. सोमवार को दुर्रानी को सेना मुख्यालय स्पष्टीकरण देने के लिए तलब किया गया था. सेना ने दुर्रानी के ख़िलाफ़ अब कोर्ट ऑफ़ इनक्वायरी का गठन किया है.
इसके साथ ही सेना ने गृह मंत्रालय से दुर्रानी का नाम ईसीएल में डालने का अनुरोध किया है. दुर्रानी ने कुछ बातें कही हैं जिसे लेकर पाकिस्तान में चर्चा हो रही है.

दावा
दुर्रानी ने कहा है कि कुलभूषण जाधव केस को पाकिस्तान ने ठीक से आगे नहीं बढ़ाया है. दुर्रानी ने दावा किया है कि आख़िरकार पाकिस्तान कुलभूषण जाधव को भारत को सौंप देगा.
यह किताब पत्रकार आदित्य सिन्हा से बातचीत पर आधारित है. सिन्हा ने भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवादित मुद्दों पर दुर्रानी से बात की है.
दुर्रानी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ सेना के निशाने पर हैं. नवाज़ शरीफ़ ने भी मुंबई में चरमपंथी हमले को लेकर को पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सवाल उठाया था.
दुलत और दुर्रानी ने मिलकर जो किताब लिखी है उसमें करगिल युद्ध, पाकिस्तान के एबटाबाद में अमरीकी नेवी सील्स का ओसामा बिन लादेन को मारने का ऑपरेशन, कुलभूषण जाधव की गिरफ़्तारी, हाफ़िज़ सईद, कश्मीर, बुरहान वानी वग़ैरह मुद्दों पर बातचीत की गई है.
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