‘हिंदुओं के वफादार बांग्लादेश तुम्हारी खैर नहीं’, 7 लोगों को मिली फांसी पर क्यों भड़का अलकायदा?
बांग्लादेश को धमकी देते हुए अलकायदा की तरफ से जो बयान जारी किया गया है, उसमें कहा बांग्लादेश की सरकार को ‘हिंदुओं का वफादार एजेंट’ के तौर पर वर्णित किया गया है।
ढाका/काबुल, जून 08: रविवार को अल-कायदा ने एक बयान जारी करते हुए बांग्लादेश को सख्त चेतावनी दी है और बांग्लादेश की सरकार को हिंदुओं का वफादार करार दिया है। अलकायदा ने एक बयान जारी करते हुए ईशनिंदा के आरोप में शफीउल इस्लाम लिलियन और अनंत बिजॉय की हत्या करने वाले सात "निर्दोष" व्यक्तियों को मौत की सजा देने के लिए बांग्लादेश सरकार की निंदा की है और उसे धमकी दी है।
बांग्लादेश को धमकी
बांग्लादेश को धमकी देते हुए अलकायदा की तरफ से जो बयान जारी किया गया है, उसमें कहा बांग्लादेश की सरकार को 'हिंदुओं का वफादार एजेंट' के तौर पर वर्णित किया गया है और कहा है गया है कि, बांग्लादेश ने इस्लामोफोब के लिए सही इंसाफ नहीं किया है और तथाकथित "निर्दोष" व्यक्तियों को मौत की सजा दी है, जबकि, इन लोगों ने इस्लाम को बदनाम करने वालों की हत्या करने अच्छा काम किया था और वो मुजाहिद्दीन थे। इससे पहले अलकायदा ने नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए गये बयान को लेकर भारत को भी दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले करने की धमकी दी है और अलकायदा ने अपने बयान में 'हिंदू आतंकवादियों' को सबक सिखाने की धमकी दी है।
क्या है बांग्लादेश का मामला?
दरअसल, साल 2014 और 2015 में बांग्लादेश में लिलियन और बिजॉय नाम के दो लोगों की कथित तौर पर ईशनिंदा के आरोप में मौत के घाट उतार दिया गया था। जिसके बाद शेख हसीना की सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार किया और फिर उनके खिलाफ बांग्लादेश की अदालत में मुकदमा चला और उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई है और इसी बात को लेकर अलकायदा ने बांग्लादेश को धमकी दी है। अलकायदा ने कहा है कि, जिन लोगों की हत्या की थी, उन्होंने इस्लाम का अपमान किया था, इसीलिए उनकी हत्या करना सही है। सबसे खास बात ये है, कि भारत और बांग्लादेश को लेकर, जिस जगह से ईशनिंदा को लेकर प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है और जो भड़काऊ चीजें भेजीं जा रही हैं, वो देश पाकिस्तान है।
फिर से पनप रहा है अलकायदा
भारत और बांग्लादेश को एक ही दिन में धमकी देने का मतलब साफ है, कि अफगानिस्तान में अलकायदा का फिर से उदय हो रहा है और पाकिस्तान अलकायदा के काट दिए गये पेड़ को फिर से खाद देकर बड़ा कर रहा है। खुफिया इनपुट से संकेत मिले हैं कि, अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी अफगानिस्तान में मौजूद है। हालांकि, अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने इसका खंडन किया है और तालिबान ने भारत से कहा है कि, इस वैश्विक आतंकवादी ने पड़ोसी देश ईरान में शरण ले रखी है। जबकि, तेहरान ने भी ईरान में जवाहिरी की मौजूदगी से इनकार किया है और बताया है कि अल कायदा नेता अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान की शरण में है। आपको बता दें कि, अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सैनिकों ने साल 2011 में पाकिस्तान में मार गिराया था।
पाकिस्तान है मास्टरमाइंड
राष्ट्रीय सुरक्षा योजनाकारों के अनुसार, भारत और बांग्लादेश दोनों के खिलाफ, अलकायदा के बयानों को पाकिस्तान के डीप स्टेस यानि, आईएसआई द्वारा ईशनिंदा के आरोप में नई दिल्ली और ढाका को इस्लामवादियों के लक्ष्य बनाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ सुनियोजित किया गया लगता है। विवाद के बाद पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि भारत और बांग्लादेश के खिलाफ एजेंडा पाकिस्तान से असत्यापित ट्विटर खातों और फर्जी खातों का काफी इस्तेमाल किया गया है और लगातार प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है।
यूक्रेन संकट से अलकायदा को फायदा
जहां भारत ने अलकायदा के अफ-पाक क्षेत्र में उदय से अपने अमेरिकी इंटर-लोक्यूटर्स को अवगत करा दिया है, वहीं ये इस्लामिक आतंकवादी संगठन फिलहाल फायदे में हैं, क्योंकि पूरा अमेरिका और पश्चिम यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित है। श्रीलंका, पाकिस्तान, मालदीव और नेपाल में बढ़ती आर्थिक अस्थिरता से और अधिक कट्टरता को बल मिलने के संकेते हैं और ये देश जिहादियों के उपजाऊ मैदान बन गए। वहीं, पाकिस्तानी डीप स्टेट के लिए ये आतंकवादी संगठन पूरे उप-महाद्वीप में मजहबी कट्टरता फैलाने के लिए एक बड़ा हथियार है।