पाकिस्तान के एक झोलाछाप डॉक्टर ने 1100 लोगों को बना दिया HIV पॉजीटिव
नई दिल्ली। आर्थिक तंगी और बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। भारत के पड़ोसी देश में जानलेवा बिमारी HIV तेजी से पांव पसार रहा है, हाल ही में आई एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई है। इसमें बताया गया है कि पाकिस्तान के रतोडेरो शहर में 1100 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। इस खबर के बाद वहां की इमरान सरकार के हाथ-पांव फूल गए और हडकंप मच गया है।
झोलाछाप डॉक्टर बना यमराज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इतनी बड़ी संख्या में एचआईवी पॉजिटिव लोगों के हाने का कारण उस शहर का एक झोलाछाप डॉक्टर हैं। दरअसल, वहां के डॉक्टरों के पास कोई बड़ी डिग्री नहीं है और वह अपनी दुकान खोल क बैठे हैं। ऐसे डॉक्टर के पास कोई भी मरीज जाता है तो वह सभी को एक ही सिरिंज से सुई लगा देते हैं। इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी भी की है, पुलिस ने रतोडेरो शहक के डॉक्टर मुजफ्फर घंघरू को अरेस्ट किया है। उसपर अपने काम में लापरवाही बरतने और लोगों की जिंदगी खतरे में डालने का केस दर्ज किया गया है।
1100 में से 900 बच्चे एचआईवी पॉजिटिव
बता दें, इन 1100 एचआईवी पॉजिटिव लोगों में 900 बच्चे हैं, इनके परिजन डॉक्टर को कड़ी सजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं वहीं, आरोपी डॉक्टर खुद को बेकसूर बता रहा है। मरीजों ने आरोप है कि डॉक्टर सिरिंज को बदलता नहीं था और पहले इस्तेमाल की गई सुई ही बच्चों को लगा देता था। पीड़ित 6 बच्चों के पिता इम्तियाज जिनानी का कहना है कि, उन्होंने अपने सभी बच्चों का इलाज इसी डॉक्टर से कराया था। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने अपने सामने पड़े कचरे के डब्बे से सुई निकाली और उनके बच्चों को लगा दी।
कचरे से निकाल कर लगाई सुई
जिलानी ने आगे बताया कि, जब उन्होंने डॉक्टर से कचरे से सुई निकालने पर सवाल किया तो डॉक्टर बोला क्या नई सुई लेने के पैसे मेरे पास हैं या नहीं? इसके बाद जिलानी चुप हो गए । कुछ दिन बाद उनके बच्चे की तबियत और खराब होने लगी फिर उसके एचआईवी संक्रमित होने का पता चला। बता दें, जिलानी के दो बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि बचे हुए चार बच्चों को एचआईवी है।