विवेक तिवारी मर्डर केस: SIT ने किया सीन रीक्रिएशन, अब भी उलझे हैं ये 4 सवाल
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लखनऊ। एपल कंपनी के सेल्स हेड विवेक तिवारी की हत्या के मामले में एसआईटी की जांच जारी है। आखिर पूरा मामला कैसे घटा इसकी पड़ताल के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंची। एसआईटी के साथ इस बार मामले की चश्मदीद सना और विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी भी थी। घटनास्थल पर जांच टीम ने एक बार फिर से पूरी घटना का सीन रीक्रिएट किया, जैसा कि घटना वाली रात यानी शुक्रवार को हुआ था। इस दौरान फॉरेंसिक एक्सपर्ट, बैलिस्टिक टीम और दूसरी जांच टीम भी मौके पर मौजूद थी। इस क्राइम सीन रीक्रंस्ट्रक्शन के दौरान क्या खुलासे हुए ये अभी साफ नहीं हुआ है। हालांकि सीन रीक्रंस्ट्रक्शन के दौरान अब भी कुछ ऐसे सवाल हैं जो बाकी हैं।
शुक्रवार की रात गोमतीनगर में जो हुआ, उसका किया गया रीकंस्ट्रक्शन
विवेक तिवारी की हत्या के दिन यानी शुक्रवार रात को लखनऊ के गोमतीनगर में सड़क पर क्या कुछ हुआ उसको जांच टीम ने फिर से रीक्रिएट किया। घटना की चश्मदीद सना को भी एसआईटी टीम साथ लेकर आई थी। सना से हर बारीक तथ्य की जानकारी ली गई। शुक्रवार को जिस तरह का घटनाक्रम हुआ उसी तरह से एक बार फिर यहां गाड़ी लाई गई और बाइक पर दो पुलिसकर्मियों को लाया गया। किस तरह गाड़ी को रुकने को कहा गया फिर क्या हुआ गोली कैसी चली। ये सब फिर से किया गया।
चश्मदीद सना के साथ मौके पर पहुंची एसआईटी
सीन रीकंस्ट्रक्शन में कई सवाल अब भी बाकी हैं, जैसे कि जांच टीम ने चश्मदीद सना से बात करके पूरे घटनाक्रम को बारीकी से समझने की कोशिश जरूर की, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिस समय पूरा घटनाक्रम हुआ उस समय सना तो उस गाड़ी में थी जिसे विवेक तिवारी खुद चला रहे थे। ऐसे में क्या सना घटना वाली रात बाइक और गाड़ी की स्थिति सही ढंग से सामने रख सकी होंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार तो सना सीन रीकंस्ट्रक्शन के दौरान गाड़ी में न बैठकर बाहर से सबकुछ बता रही थी।
अब भी बाकी हैं ये सवाल
पूरे सीन को रीक्रिएट तो किया गया लेकिन घटना के दौरान पुलिस की बाइक, विवेक तिवारी की गाड़ी से कैसे टकराई, बाइक सड़क पर कैसे गिरी इसकी जांच नहीं की गई। बाइक गिराने की घटना का रीक्रिएशन नहीं किया गई। फॉरेंसिक टीम इस सवाल का जवाब तलाश रही आखिर बाइक का अगला सिरा शहीद पथ की ओर कैसे पहुंच गया? इसके अलावा एक सवाल ये भी कि आखिर जांच टीम शहीद पथ पर स्थित अंडरपास के खंभे की जांच क्यों नहीं की?
दोनों पक्षों के दावों को परखना चाहती है एसआईटी
फिलहाल सीन रिक्रिएट के जरिए एसआईटी दोनों पक्षों के दावों के परखना चाहती है। हालांकि मामले में सना और आरोपी पुलिसवालों के दावों में काफी फर्क नजर आया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस कॉन्स्टेबल की थ्योरी सवालों में है। दूसरी ओर सीन रीक्रिएशन के फैक्ट्स और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलते-जुलते नजर आ रहे हैं।
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