हाथरस: नई FIR में पुलिस का दावा- योगी को बदनाम करने में लगा था 'इंटरनेशनल गैंग', इंसाफ के नाम पर हुई पूरी प्लानिंग
हाथरस: नई FIR में पुलिस का दावा- योगी को बदनाम करने में लगा था 'इंटरनेशनल गैंग', इंसाफ के नाम पर हुई पूरी प्लानिंग
हाथरस\लखनऊ: उत्तर प्रदेश की हाथरस पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने जाति के आधार पर दंगे भड़काने के लिए एक "अंतरराष्ट्रीय साजिश" का खुलासा किया है। हाथरस के चंदपा थाने (Chandpa Police Station Hathras) में (जहां पीड़िता का घर है) पुलिस ने रविवार (4 अक्टूबर) को एक एफआईआर दर्ज की। उस एफआईआर में पुलिस ने दावा किया है कि जाति के आधार पर एक 'इंटरनेशनल गिरोह' हाथरस और प्रदेश में दंगा फैलाने की साजिश रचा रहा था। अंतरराष्ट्रीय लेवल पर साजिश रचने वाले गिरोह का मकसद योगी आदित्यनाथ सरकार को बदनाम करना था। साजिशकर्ताओं ने हाथरस में 19 वर्षीय दलित महिला के साथ क्रूर हमले और कथित गैंगरेप के बाद इंसाफ दिलाने के नाम पर सरकार को बदनाम करना चाहते थे।
Recommended Video
FIR में देशद्रोह सहित कई धाराएं
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक हाथरस के चंदपा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई नई एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ है। पुलिस ने दंग भड़काने और योगी सरकार को बदनाम करने के लिए "अंतरराष्ट्रीय साजिश" का खुलासा करने के बाद एफआईआर दर्ज की। अज्ञात लोगों पर देशद्रोह सहित आईपीसी की कई कठोर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में आगे की अपनी जांच भी शुरू कर दी है।
चंदपा पुलिस थाना प्रभारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को पुष्टि की है कि एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन मामले के बारे में अधिक बात करने से इनकार कर दिया है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि मामले पर प्रतिक्रिया जानने के लिए यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार से संपर्क नहीं हो सका है।
वेबसाइट के जरिए विरोध के बताए जा रहे थे तरीके: सूत्र
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, एक वेबसाइट,(justiceforhathrasvictim.carrd.co) जिसमें सुरक्षित तरीके से विरोध करने और पुलिस से बचने के बारे में जानकारी दी गई थी। हालांकि साइट को डाउन कर दिया गया है और वर्तमान में अनुपलब्ध है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये उक्त वेबसाइट दंगों को सूचीबद्ध करता था। ये भी बताया था कि विरोध करते वक्त क्या और कैसे करें। जैसे कि दंगों के दौरान सुरक्षित रहने के लिए और पुलिस फायर आंसू गैस की स्थिति में कैसे सुरक्षित रहा जाए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वेबसाइट पर अधिकांश कंटेंट संयुक्त राज्य अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर्स प्रदर्शनकारियों द्वारा साझा किए जा रहे थे। हालांकि अब वो वेबसाइट डाउन कर दिया गया है।
कौन-कौन सी धारा FIR में
इस नई एफआईआर में धारा 109 के तहत मामाल दर्ज किया गया है। जिसमें 120 B (आपराधिक षड्यंत्र), 124 A (देशद्रोह), 153 A ((आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना, जिसमें धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के नाम पर भड़काया जाए।) 153 B, 420 (धोखा और बेईमानी से) की धारा लगाई गई है। इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धाराओं को भी लागू किया गया है। इन सभी धाराओं में आजीवन कारावास या कारावास के साथ दंडनीय अपराध की सजा का प्रावधान है।
योगी ने कहा था- जिनको विकास पसंद नहीं, वो दंगा करा रहे हैं
हाथरस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हो रही राजनीति पर जमकर हमला बोला था। सीएम योगी ने कहा था, जिन लोगों से प्रदेश का विकास नहीं देखा जा रहा है, वही लोग राज्य में दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बहाने में उन्हें राजनीतिक रोटी सेंकने का मौका मिल गया है।
योगी ने कहा, जिनसे विकास देखा नहीं जा रहा है वो लोग दंगा भड़काने में लगे हैं। वो चाहते हैं कि सांप्रदायिक दंगा हो। लेकिन इन दंगों से विकास नहीं रूकने वाला है। मैं विकास को और तेजी से आगे ले जाऊंगा। हाथरस पीड़िता के साथ 14 सितंबर 2020 को कथित तौर पर 4 लोगों ने रेप किया था।