उन्नाव केस: तो क्या झूठ बोल रहा है ट्रक का मालिक? लोन एजेंट के बयान से उठे सवाल
तो क्या उन्नाव केस में झूठ बोल रहा है ट्रक का मालिक, लोन एजेंट के बयान से केस में नया मोड़
नई दिल्ली। उन्नाव रेप पीड़िता की कार के एक्सीडेंट के मामले में सीबीआई की जांच टीम ने शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंचकर दुर्घटना के सीन को रीक्रिएट किया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को लेकर निर्देश दिया है कि सीबीआई एक्सीडेंट के केस में 7 दिनों के भीतर अपनी जांच पूरी करे और अगर बहुत ज्यादा जरूरी हो तो टीम अतिरिक्त तौर पर सात दिन और ले सकती है। मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को ट्रक ड्राइवर और क्लीनर की तीन दिन की रिमांड भी सौंप दी है। इस मामले में सबसे ज्यादा शक ट्रक की ऩंबर प्लेट को लेकर गहराया हुआ है, जो हादसे के समय काल रंग से पुती हुई थी। वहीं, इस केस में अब ट्रक को फाइनेंस करने वाली कंपनी के एजेंट ने सामने आकर बड़ा खुलासा किया है।
लोन एजेंट ने दिया बड़ा बयान
रेप पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले की जांच में लोन एजेंट के बयान से एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, इस मामले में ट्रक के मालिक ने बयान दिया था कि वह ट्रक की ईएमआई नहीं चुका पा रहा था और इसलिए उसने फाइनेंस कंपनी के एजेंटों से बचने के लिए ट्रक की नंबर प्लेट को काला किया था। अब फाइनेंस कंपनी के एक लोन एजेंट ने सामने आकर ट्रक के मालिक के इस दावे का खंडन किया है। लोन एजेंट ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया, 'समय से गाड़ी की ईएमआई ना दे पाने पर किसी के ऊपर कोई दबाव नहीं बनाया गया। वो अपनी ईएमआई चुकाने में चूक गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने ईएमआई चुका दी थी। हममें से किसी ने भी उनके ऊपर कोई दबाव नहीं बनाया था।'
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'हमारी कंपनी से ट्रक मालिक की कार भी फाइनेंस है'
ट्रक को फाइनेंस करने वाली कानपुर की इस कंपनी के लोन एजेंट ने बताया, 'ट्रक के साथ-साथ उन्होंने हमारी कंपनी से अपनी कार भी फाइनेंस कराई हैं। उनकी गाड़ी को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी मिली हुई है। फिलहाल उनकी दो गाड़ियां हमारे यहां से फाइनेंस हैं।' लोन एजेंट के इस बयान से अब जहां ट्रक मालिक के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं, वहीं केस में भी एक नया मोड़ आ गया है। शनिवार को सड़क दुर्घटना मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की मांग पर उसे आरोपी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर की 3 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड दे दी है। उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे की जांच के लिए सीबीआई ने 20 अधिकारियों की एक अतिरिक्त स्पेशल टीम गठित की है। इस टीम में एसपी, एएसपी, डीएसपी लेवल के कई अधिकारी शामिल हैं।
हादसे में रेप पीड़िता के दो रिश्तेदारों की मौत
आपको बता दें कि यूपी के उन्नाव रेप केस में पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले में लगातार नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। अभी तक की जांच में सामने आया है कि ट्रक सड़क पर रॉन्ग साइड से आ रहा था और उसकी स्पीड काफी तेज थी। वहीं, इस मामले में यह भी खुलासा हुआ है कि एक्सीडेंट के वक्त ट्रक की नंबर प्लेट पर काला रंग लगाकर उसे ढका हुआ था। इस एक्सीडेंट में रेप पीड़िता के दो रिश्तेदारों की मौत हो चुकी है, जबकि वो खुद गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। दूसरी तरफ इस मामले की जांच कर रही टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिली है, जिसमें ट्रक की नंबर प्लेट को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
हादसे से ठीक पहले स्पष्ट थी नंबर प्लेट
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, जांच टीम को एक्सीडेंट की जगह से 20 किमी दूर रायबरेली के लालगंज इलाके में पड़ने वाले टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज मिली है। इस सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, जिस समय एक्सीडेंट करने वाला ट्रक इस टोल प्लाजा से गुजरा, तो उसकी नंबर प्लेट पर कोई काला रंग नहीं लगा था और नंबर प्लेट एकदम साफ व स्पष्ट थी। गौरतलब है कि ट्रक ने रायबरेली के गुरबख्शगंज इलाके में रेप पीड़िता की कार को टक्कर मारी थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि एक्सीडेंट करने वाले ट्रक ने 28 जुलाई को सुबह करीब 5 बजकर 20 मिनट पर इस इलाके में प्रवेश किया था, जबकि रेप पीड़िता की कार को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर टक्कर मारी गई थी।
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सवालों के घेरे में ट्रक ड्राइवर
वहीं, इस मामले में अभी तक की रिपोर्ट में सामने आया है कि एक्सीडेंट के वक्त ट्रक की नंबर प्लेट पर काला रंग लगा हुआ था। यानी, एक्सीडेंट से ठीक पहले नंबर प्लेट पर कोई काला रंग नहीं लगा था। स्थानीय पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सीडेंट के बाद ट्रक के मालिक ने पुलिस से कहा था कि उसने नंबर प्लेट को इसलिए काला किया हुआ था, क्योंकि वो लोन की किस्त नहीं भर पा रहा था और फाइनेंसर के स्टाफ से बचना चाहता था। पुलिस का शक अब इस बात पर गहरा रहा है कि ट्रक ड्राइवर ने टोल प्लाजा से गुजरने के बाद ट्रक की नंबर प्लेट को काले रंग से ढका। पुलिस ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर और 9 अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया जा चुका है।