सोपोर में मारा गया जैश का शातिर आतंकी अली, अब तक संगठन के 37 सदस्यों को सुरक्षाबलों ने उतारा मौत के घाट
श्रीनगर। गुरुवार को नॉर्थ कश्मीर के सोपोर में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे पुराने सदस्यों में से एक सदस्य को ढेर कर दिया है। निश्चित तौर पर यह जैश के लिए बड़ा झटका है। गुरुवार को जम्मू कश्मीर में दो अलग-अलग एनकाउंटर हुए और दोनों में ही सुरक्षाबलों ने खतरनाक आतंकियों को मार गिराया है। सोपोर और फिर जम्मू के ककरियाल में हुआ एनकाउंटर आतंकियों के लिए बड़ी चुनौती साबित हुआ है। दोनों ही मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने जैश के आतंकियों को मारा है। इसके साथ ही इस वर्ष अब तक जैश के 37 आतंकी ढेर कर दिए गए हैं। ये भी पढ़ें-जम्मू के ककरियाल में भूखे आतंकियों ने खाने के लिए मांगे बिस्कुट
घाटी में जैश का सबसे पुराना आतंकी
सोपोर में जैश के जिस आतंकी को मारा गया उसका नाम अली था। अली के साथ एक और आतंकी एनकाउंटर में ढेर हुआ है। अली सोपोर और आसपास के इलाकों में सक्रिय जैश का सबसे पुराना आतंकी था। अली को कश्मीर घाटी के सेब के बगीचे के तौर पर मशहूर सोपोर में कई घंटों तक चली मुठभेड़ के बाद ढेर किया गया। इंटेलीजेंस एजेंसियों की ओर से सुरक्षाबलों को इस इलाके में दो आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद शुरू सुरक्षाबलों ने सोपोर के चिंकोपोरा इलाके को घेर लिया। आतंकियों की ओर से सुरक्षाबलों पर लगातार फायरिंग की गई और उनके जाने के सभी रास्तों को सुरक्षाबलों ने सील कर दिया था।
साल 2014 से घाटी में सक्रिय था अली
इसके बाद सुरक्षाबलों ने अली और जैश के एक और आतंकी को ढेर कर दिया। अली उर्फ अतहर के अलावा जैश आतंकी जिया-उर-रहमान को भी एनकाउंटर में मारा गया। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक दोनों आतंकी पाकिस्तान के रहने वाले थे। अली, कश्मीर घाटी में साल 2014 से सक्रिय था। वह घाटी में संगठन का सबसे पुराना सदस्य था जो नागरिकों की हत्या, सुरक्षाबलों पर हमले और नॉर्थ कश्मीर में आईईडी ब्लास्ट जैसी घटनाओं में शामिल था। अली इस वर्ष जनवरी में हुए उस आईईडी ब्लास्ट का मास्टरमाइंड था जिसमें चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
आतंकियों के पास नकली आधार कार्ड
अली के साथ ही अब तक जैश के 37 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मौत के घाट उतारा है। आतंकी संगठन में चीफ ऑपरेशन कमांडर मुफ्ती वकास के अलावा नॉर्थ कश्मीर का कमांडर महमूद भी जैश के मारे गए टॉप कमांडर्स में से हैं। सोपोर में हुए एनकांउटर के दौरान नागरिकों को उनके घर से बाहर निकाल दिया गया था और उन्हें सुरक्षित इलाकों में भेज दिया गया था। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में कैश और दूसरे अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस को जैश के इन आतंकियों के पास से नकली आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं। पुलिस मान रही है कि इन आधार कार्ड का प्रयोग उन्होंने अपनी असली पहचान को छिपाने के लिए किया होगा।