ममता के किले में एक और सेंधमारी, टीएमसी विधायक समेत 4 नेता बीजेपी में शामिल
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा-टीएमसी में तनातनी के बीच संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के बाद ममता बनर्जी के किले में बीजेपी ने एक और सेंधमारी की है। ममता बनर्जी की पार्टी के एक विधायक और तीन अन्य नेता बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए। टीएमसी विधायक मनिरुल इस्लाम के साथ तीन अन्य नेता आज बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए।
टीएमसी के एक विधायक समेत 4 नेता बीजेपी में शामिल
कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में टीएमसी विधायक मनिरुल इस्लाम के अलावा टीएमसी नेता गदाधर हाजरा, मोहम्मद आसिफ इकबाल और निमाई दास ने बीजेपी का दामन थामा। इस दौरान विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में आतंक की राजनीति चल रही है। उन्होंने कहा कि वे पहले भी कह चुके हैं कि टीएमसी के भीतर अंतर्कलह है। ममता बनर्जी के अहंकार के कारण वहां लोगों का दम घुट रहा है। पीएम मोदी पर इन लोगों का विश्वास है और बीजेपी पीएम मोदी के नेतृत्व में बंगाल में विकास करने का काम करेगी।
|
कल टीएमसी के दो विधायकों ने थामा था बीजेपी का दामन
इसके पहले, मंगलवार को टीएमसी के दो विधायक और 50 पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में शामिल होने वालों में कुल तीन विधायक (दो टीएमसी और एक सीपीएम) थे। इनमें मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय, शिलभद्र दत्त और सुनील सिंह ने बीजेपी का दामन थामा था। दिल्ली पहुंचे टीएमसी के पार्षदों में शामिल गरीफा के वॉर्ड छह की टीएमसी पार्षद रूबी चटर्जी ने दावा किया था कि उनके साथ 19 अन्य पार्षद भी दिल्ली में हैं।
50 पार्षदों ने भी बीजेपी का दामन थामा था
रूबी चटर्जी ने कहा था, हम ममता बनर्जी से नाराज नहीं हैं लेकिन बंगाल में बीजेपी की हालिया जीत से प्रभावित होकर हम पार्टी में शामिल हो रहे हैं। लोग बीजेपी को पसंद कर रहे हैं और उसके लिए काम कर रहे हैं। एक विधायक वामपंथी दल सीपीएम का है। शुभ्रांशु रॉय बीजपुर से विधायक हैं। उनके अलावा विष्णुपुर से टीएमसी के विधायक तुषार कांति भट्टाचार्य, हेमताबाद से सीपीएम के विधायक देवेंद्र रॉय ने भी पार्टी की सदस्यता ली।
शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आएंगी ममता
वहीं, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को कहने वाली ममता बनर्जी ने अब अपना इरादा बदल दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की मेरी योजना थी, लेकिन पिछले एक घंटे में, मैं मीडिया रिपोर्टों को देख रही हूं जिसमें कहा जा रहा है कि बीजेपी दावा कर रही है कि बंगाल में चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा में 54 लोग मारे गए हैं। जो कि पूरी तरह से गलत है। यहीं वजह है कि में शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने के लिए मजबूर हूं।