'अम्मा' के जाने के बाद और करीब आएंगे एआईएडीएमके और बीजेपी?
तमिलनाडु की चीफ मिनिस्टर जे जयललिता के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे राजनीतिक संबंध थे, जो ये संकेत देता है कि जयललिता के बाद AIADMK और BJP की दोस्ती और मजबूत होगी।
नई दिल्ली। तमिनलाडु की सीएम जयललिता और पीएम नरेन्द्र मोदी के काफी अच्छे राजनीतिक संबंध थेे, ऐसा कई बार हुआ जब कई ज्वलंत मुद्दों पुर 'अम्मा' ने पीएम मोदी का साथ दिया था।
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अब वो नहीं हैं, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी और अम्मा की पार्टी एआईएडीएमके की दोस्ती और पक्की हो जाएगी क्योंकि इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक बीजेपी के कई नेताओं ने कहा है कि अब ये रिश्ता और गहरा होगा।
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पेपर के मुताबिक दोनों ही पार्टियों ने एक जैसे कई मुद्दों पर एक-दूसरे को सपोर्ट किया है और दोनों ही के लिए पहले देश की जनता है इसलिए दोनों की विचारधारा काफी मिलती-जुलती है इसलिए ये दोस्ती और मजबूत होगी और अगर ऐसा हुआ तो ये तमिलनाडु और देश दोनों के लिए अच्छी बात होगी।
मजबूत हुई 'अम्मा' की पार्टी
- अम्मा की पार्टी एआईएडीएमके उन्हीं की तरह मजबूत है और वो अपने फैसले लेने में सक्षम है।
- उसके पास हमेशा समस्या का समाधान होता है, जिसका ताजा उदाहरण है पनीरसेल्वम का सीएम बनना।
- जब आय से अधिक संपत्ति के मामले में अम्मा को जेल की सजा हुई थी तब भी मुश्किल वक्त था, तब भी बिना समय गंवाए पनीरसेल्वम ने ही सीएम की कुर्सी संभाली थी, पार्टी के कहने पर और आज भी अम्मा के जाने के बाद पार्टी ने उन्हीं पर भरोसा जताया है।
- टीम में एकता दिखती है बिखराव नहीं।
हमेशा थे साथ-साथ
- जब पीएम मोदी गुजरात के सीएम थे, तब वो और जयललिता दोनों ने साथ मिलकर मनमोहन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था।
- दोनों ही लोगों ने एक-दूसरे के शपथ ग्रहण समारोह में खुशी-खुशी भाग लिया था।
- जयललिता की बीमारी की खबर पर पीएम मोदी के आदेश पर ही एम्स का एक दल उनके इलाज के लिए चेन्नई गया था।
- पीएम मोदी के बेहद करीबी वैंकेया नायडू शुरू से ही जयललिता की बीमारी के बारे में हर संभव मदद कर रहे थे।
- और जब अम्मा के चले जाने की खबर आई तब भी पीएम मोदी उनके अंतिम दर्शन के लिए चेन्नई पहुंचे और उनकी सगी शशिकला और पनीरसेल्वम दोनों को भावुक अंदाज में ढांढस बंधाया और राज्य की जनता से कहा कि दुख की इस घड़ी में केन्द्र पूरी तरह से तमिलनाडु के साथ है।
जो ये संकेत देता है कि जयललिता के बाद AIADMK और BJP की दोस्ती और मजबूत होगी।