Tamil Nadu: महिला IPS का यौन उत्पीड़न, टॉप अफसर पर आरोप, सरकार ने गठित की जांच कमेटी
चेन्नई। तमिलनाडु में एक हाई रैंक आईपीएस अधिकारी पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। राज्य में तैनात एक महिला आईपीएस अधिकारी ने सीनियर रैंक के अधिकारी पर उनके साथ यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। मामला सामने आने के बाद तमिलनाडु सरकार ने घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। वहीं आरोपों के सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है।
तमिलनाडु के गृह सचिव एसके प्रभाकर ने जांच कमेटी गठित करने के लिए आदेश जारी कर दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (योजना और विकास) जयश्री रघुनंदन को छह सदस्यीय कमेटी का पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। जांच कमेटी कार्यस्थल स्थल पर महिला के यौन उत्पीड़न की जांच करने वाली विशाखा गाइडलाइन के तहत अपनी जांच करेगी।
स्पेशल
डीजीपी
है
आरोपी
अधिकारी
टाइम्स
ऑफ
इंडिया
की
खबर
के
मुताबिक
राज्य
के
स्पेशल
डीजीपी
(कानून
और
व्यवस्था)
राजेश
दास
के
ऊपर
महिला
आईपीएस
ने
यौन
उत्पीड़न
करने
और
दुर्व्यवहार
की
शिकायत
दर्ज
कराई
है।
आरोपों
के
सामने
आने
के
बाद
राज्य
की
प्रशासनिक
मशीनरी
में
भूचाल
मचा
हुआ
है।
आरोपी
अधिकारी
को
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
आगामी
दौरों
को
लेकर
होने
वाली
बैठकों
से
अलग
रखा
जा
रहा
है।
यौन उत्पीड़न की ये घटना हाल ही में उस समय की बताई जा रही है जब मुख्यमंत्री पलानीस्वामी राज्य के अंदर स्थित जिलों के भ्रमण पर गए थे।
स्टालिन
ने
कहा
शर्मनाक
वहीं
घटना
सामने
आने
के
बाद
डीएमके
नेता
एमके
स्टालिन
ने
इसे
शर्मनाक
बताया
है।
उन्होंने
सरकार
पर
अधिकारी
को
बचाने
का
आरोप
लगाते
हुए
कहा
"यह
शर्म
की
बात
है
कि
सरकार
ऐसे
अधिकारियों
को
कवच
देती
है।
यह
कुरूपता
का
चरम
है
...
घमंड
का
प्रतिबिंब।
मैं
महिला
अधिकारी
के
सामने
उसके
साहस
के
लिए
अपना
सिर
झुकाता
हूं।"
पूर्व CJI के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस बंद, सुप्रीम कोर्ट ने बताया न्यायपालिका के खिलाफ साजिश