T20 World Cup India v Pakistan: क्या विराट कोहली की टीम पाकिस्तान को हरा सकती है?
विराट कोहली टी-20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं, उनके पास बतौर कप्तान टी-20 वर्ल्ड कप जीतने का ये इकलौता मौक़ा है. लेकिन क्या पाकिस्तान को हराना इतना आसान है?
टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली भारत की टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ देंगे. इसी के साथ उनका नौ साल लंबा कप्तानी का दौर समाप्त हो जाएगा.
24 अक्तूबर को भारत का चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के साथ वर्ल्ड कप में मुक़ाबला होगा.
संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में चल रहे टी-20 वर्ल्ड कप को एक सप्ताह हो चुका है. रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित मुक़ाबला होगा.
आईसीसी की अंतरराष्ट्रीय टी-20 रैंकिंग में भारत दूसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर इंग्लैंड और तीसरे पर पाकिस्तान है.
रैंकिंग के नहीं कोई मायने
लेकिन जब भारत और पाकिस्तान के बीच मुक़ाबला हो तो रैंकिंग बहुत मायने नहीं रखती है.
दोनों ही टीमें रैंकिंग में भले ही कहीं भी हों, लेकिन उनके बीच मुक़ाबले को लेकर हमेशा उत्साह बना रहता है. यही इस बार भी हो रहा है. इस मुक़ाबले से पहले ग़ज़ब का माहौल है.
वैसे भी, टी-20 इंटरनेशनल रैंकिंग बस टीम की जगह बताती हैं. बीते दो सालों में, यदि बात पहली पंक्ति की टीमों की हो तो भारत से कम टी-20 मुक़ाबले सिर्फ़ बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान ने ही खेले हैं.
- दो रोमांचक मुक़ाबले के साथ शुरू हुआ वर्ल्ड टी20 महाकुंभ, अगला मैच भारत vs पाकिस्तान
- भारत-पाक टी-20: 'ब्लैंक चेक में जो चाहे रक़म भर दो लेकिन भारत को हरा दो'
इस दौरान ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ़्रीका, जिनके खिलाड़ी दुनिया भर की टी-20 लीग खेलते हैं, उन्होंने जितने मैच जीते हैं उनसे ज़्यादा हारे हैं. लेकिन इससे भी बहुत फ़र्क़ नहीं पड़ता है.
टी-20 क्रिकेट की दुनिया का जो सबसे बड़ा और अकेला खिताब है वो अगले महीने जीता जाएगा- यानी टी-20 क्रिकेट विश्व कप.
विराट कोहली के लिए जीत का मिशन
भारत के मामले में ये 'विराट के लिए जीत' का मिशन है क्योंकि अब विराट कोहली के पास देश के लिए टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने का ये इकलौता मौक़ा है.
टूर्नामेंट से पहले ही कोहली ने टी-20 टीम और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी थी. इस ऐलान के बाद से सभी कैमरों का फोकस कोहली पर ही है.
पाँच साल पहले हुए टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में कोहली प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट थे. तब 2016 में एमएस धोनी टीम के कप्तान थे. भारत सेमीफ़ाइनल में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ हार गया था जो आगे चलकर विश्व विजेता बनी थी.
तब की आधी भारतीय टीम- विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, रविंद्र जडेजा, आर अश्विन, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह इस बार भी मैदान में हैं. धोनी भारतीय टीम के मेंटर के तौर पर साथ हैं. उम्मीद है कि वो वर्ल्ड कप जीतने का अपना जादू बरकार रखेंगे.
माना जाता है कि वर्ल्ड कप में धोनी का जादुई असर होता है. अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने मज़ाकिया अंदाज़ में यहाँ तक कहा है कि धोनी कोहली के लिए कप्तानी कोच हैं.
टीम में आईपीएल कप्तानों का जमावड़ा
कोहली के ड्रेसिंग रूम में पहले से ही कई टी-20 कप्तान हैं. पाँच बार के आईपीएल विजेता रोहित शर्मा हैं. इसके अलावा केएल राहुल, आर अश्विन और ऋषभ पंत हैं. यदि आप भुवनेश्वर कुमार को भी गिनें जिन्होंने केन विलियम्सन के घायल होने पर सनराइज़र्स हैदराबाद की कप्तानी की थी तो उनकी टीम में टी-20 कप्तानों की संख्या पाँच हो जाती है.
टी-20 क्रिकेट का ऐसा फॉर्मेट है, जिसमें हर ओवर और हर गेंद पर कप्तान की समझ की परख होती है.
धोनी के 203 मैचों (चैन्नई के कप्तान के तौर पर) के बाद कोहली ने 140 मैचों में कप्तानी की है. कोहली ने 64 मैच जीते हैं और 69 हारे हैं. ये आँकड़ें प्रतिद्वंदी स्वभाव के कोहली के चेहरे को लाल कर सकते हैं.
भले ही वो अपने इर्द-गिर्द मौजूद कप्तानों की ना सुनें लेकिन वो धोनी के अपने बगल में खड़े होने के फ़ायदे ज़रूर जानते हैं.
धोनी ने कोहली की कप्तानी में सफेद गेंद से होने वाले 75 मैच खेले हैं. कोहली ने सफेद गेंद से जो द्विपक्षीय सिरीज़ जीती हैं, उनमें से धोनी आधी से अधिक का हिस्सा रहे हैं.
भले ही मैदान में धोनी मौजूद ना हों लेकिन टीम के चयन और विकेट को समझने को लेकर उनकी सलाह कोहली के ज़रूर काम आएगी.
- टीम इंडिया के जिन खिलाड़ियों पर वर्ल्ड टी20 जीत कर लाने का है दारोमदार
- टी-20 वर्ल्ड कपः सुपर-12 मुक़ाबले शुरू, जानिए कैसे मिलेंगे अंक और कब-कब भिडे़गा भारत
भारत दोबारा टी-20 वर्ल्ड कप क्यों नहीं जीत सका
अब जब हर मैच में जीत ज़रूरी है और खिताब एक-एक करके टीमों के पास जा रहा है, ऐसे प्रतियोगी समय में कोहली भले ही किसी की सुनें या ना सुनें, धोनी की ज़रूर सुनेंगे.
भारत में आईपीएल की लोकप्रियता और फ्रेंचाइज़ी के बीच प्रतिद्वंदिता को देखते हुए ये सवाल उठता है कि भारत 2007 के बाद से टी-20 वर्ल्ड कप खिताब क्यों नहीं जीत सका.
इसकी एक वजह ये भी है कि टी-20 वर्ल्ड कप आईसीसी के सभी टूर्नामेंट में से सबसे रोचक मुक़ाबला होता है और इसमें ठंडे दिमाग़ और शांत हाथों की ज़रूरत होती है.
- भारत-पाकिस्तान में क्रिकेट मैच के रोमांच की कहानी
- 'भारत-पाक मुक़ाबलों का उन्माद' अब पहले जैसा नहीं, पर रोमांच है बरक़रार
टी-20 के फॉर्मेट में रिकॉर्ड या छवि भी बहुत मायने नहीं रखती है. ये फॉर्मेट कई मिथकों को तोड़ता है और नए मिथक गढ़ता है. ये सिर्फ़ परिस्थिति में प्रतिक्रिया का सम्मान करता है.
हर दो तीन सालों में टी-20 के ट्रेंड बदल जाते हैं, लेकिन जब चीज़ें ट्रेंड में भी हों तब भी ये नहीं कहा जा सकता कि कौन टीम कैसा प्रदर्शन करेगी. बहुत कुछ परिस्थितियों पर निर्भर करता है.
एक समय ये माना जाता था कि टी-20 की ड्रीम टीम में एक शानदार हिटर बल्लेबाज़, एक रहस्यमय स्पिन गेंदबाज़ और एक तेज़ गेंदबाज़ होना ही चाहिए.
लेकिन संयुक्त अरब अमीरात के धीमे विकेटों पर सिर्फ़ बाज़ुओं का ज़ोर काम नहीं कर पाएगा बल्कि बल्लेबाज़ी कला की भी ज़रूरत होगी ताकि पारी को हिट मारने वाले बल्लेबाज़ों के इर्द-गिर्द केंद्रित किया जा सके.
यहाँ तेज़ गेंदबाज़ों की भी धुलाई हो सकती है और गेंद को सधे निशाने पर टप्पा खिलाने वाले धीमी गति के गेंदबाज़ लेफ्ट या राइट स्पिन करने वाले गेंदबाज़ों की ही तरह असरदार हो सकते हैं.
टीम में एक ज़रूरी जगह बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ के लिए है लेकिन भारत के यॉर्करमैन टी नटराजन और ख़लील अहमद घायल हैं.
भारत के पाँच में से चार मुक़ाबले दुबई में हैं. आईपीएल में यहाँ पीछा करने वाली टीमें कामयाब रही हैं, ऐसे में वर्ल्ड कप के दौरान भी यही हो सकता है. भारत की बल्लेबाज़ी अपने सबसे मज़बूत दौर में है, ऐसे में भारत के लिए किसी भी स्कोर का पीछा करना बहुत मुश्किल नहीं होगा.
- 'भारतीय टीम बेहतरीन है और ख़िताब जीतने की तगड़ी दावेदार भी'
- भारत से मैच से पहले अपनों के ही निशाने पर आई पाकिस्तानी टीम
लेकिन यदि टीम टॉस हार जाए और लक्ष्य देना पड़े तो फिर धोनी सभी को आईपीएल फ़ाइनल की याद दिलाएंगे.
अनुभवी शिखर धवन टीम का हिस्सा नहीं है, उनकी जगह केएल राहुल की फॉर्म काम आएगी. राहुल ने आईपीएल में 626 रन बनाए थे.
बड़े मौक़े पर रोहित शर्मा की रनों की भूख और वर्ल्ड कप के लिए ईशान किशन और सूर्य कुमार यादव की तैयारी भी देखने वाली होगी.
और फिर भारत की वो अनकही कहानी भी है कि कोहली क्या करेंगे? भारत को खिताब का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है, उसके बाद इंग्लैंड है. लेकिन मुक़ाबले में शामिल हर टीम ये जानती है कि टी-20 वर्ल्ड कप इससे कहीं ज़्यादा है.
लेकिन खिताब जीतकर अपने कप्तानी करियर को शानदार तरीक़े से अलविदा कहने का मौक़ा सिर्फ़ कोहली के पास ही है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)