विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर शुरू किया पोल, पूछा क्या इस तरह की ट्रोलिंग को मंजूरी है?
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिन्हें पिछले कुछ दिनों सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर ट्रोल किया जा रहा है, उन्होंने एक ऑनलाइन पोल शुरू किया है। सुषमा ने टि्वटर पर शुरू इस सर्वे में सोशल मीडिया यूजर्स से पूछा है कि क्या वे इस तरह की 'ट्रोलिंग' को मंजूरी देते हैं।
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिन्हें पिछले कुछ दिनों सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर ट्रोल किया जा रहा है, उन्होंने एक ऑनलाइन पोल शुरू किया है। सुषमा ने टि्वटर पर शुरू इस सर्वे में सोशल मीडिया यूजर्स से पूछा है कि क्या वे इस तरह की 'ट्रोलिंग' को मंजूरी देते हैं। रविवार को शाम तक 11 हजार से ज्यादा लोगों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया और अपना जवाब दिया। जहां 57 प्रतिशत लोगों ने सुषमा का समर्थन किया तो 43 प्रतिशत लोग ट्रोल्स पक्ष में नजर आए।
सुषमा के पति ने दिया जवाब
कई दिन तक चली ट्रोलिंग के बाद मामला रविवार को उस समय आगे बढ़ गया जब सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने एक टि्वटर यूजर के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया। इस यूजर ने सुषमा के पति से कहा था कि वह 'उनकी (सुषमा) पिटाई करें और उन्हें मुस्लिम तुष्टीकरण न करने की बात सिखाएं।' लखनऊ की दंपति को अपमानित करने के मामले में लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा के तबादले के एपिसोड में अपने खिलाफ किए जा रहे अपमानजनक ट्वीट में से कुछ को सुषमा रीट्वीट कर रही हैं। सुषमा ने शनिवार रात टि्वटर सर्वे शुरू किया था और लोगों से पूछा कि क्या इस तरह की ट्रोलिंग सही है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मित्रो मैंने कुछ ट्वीट लाइक किए हैं और यह पिछले कुछ दिन से हो रहा है। क्या आप ऐसे ट्वीट को मंजूरी देते हैं ?'
सुषमा की ट्रोलिंग से दुखी पति
दूसरी तरफ सुषमा पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाने वाले व्यक्ति को जवाब देते हुए पति स्वराज कौशल ने कहा कि इस तरह के शब्दों ने उनके परिवार को असहनीय दुख दिया है। सुषमा के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट किया, 'आपके शब्दों ने हमें असहनीय दुख दिया है। आपको एक बात बता रहा हूं कि मेरी मां का 1993 में कैंसर से निधन हो गया। सुषमा एक सांसद और पूर्व शिक्षा मंत्री थीं। वह एक साल तक अस्पताल में रहीं। उन्होंने मेडिकल अटेंडेंट लेने से मना कर दिया और मेरी मरती मां की खुद देखभाल की।' जाने माने वकील स्वराज कौशल ने कहा, 'परिवार के प्रति उनका (सुषमा) इस तरह का समर्पण है। मेरे पिता की इच्छा के अनुरूप उन्होंने मेरे पिता की चिता को मुखाग्नि दी। कृपया उनके लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग न करें। हम कानून और राजनीति में पहली पीढ़ी हैं। हम उनके जीवन से ज्यादा किसी और चीज के लिए प्रार्थना नहीं करते। कृपया अपनी पत्नी को मेरी ओर से अगाध सम्मान से अवगत कराएं।' विदेश मंत्री सुषमा ने भी उस व्यक्ति के कुछ ट्वीट को री-ट्वीट किया था।
Friends : I have liked some tweets. This is happening for the last few days. Do you approve of such tweets ? Please RT
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 30, 2018
लोकतंत्र में मतभिन्नता स्वाभाविक है. आलोचना अवश्य करो. लेकिन अभद्र भाषा में नहीं. सभ्य भाषा में की गयी आलोचना ज़्यादा असरदार होती है.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 1, 2018