आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा अच्छा संकेत नहीं, पीएम उन्हें मनाएं: सुब्रह्मण्यम स्वामी
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के अपने पद से इस्तीफे को भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अर्थव्यवस्था के लिए खराब संकेत कहा है। स्वामी ने कहा, उनका इस्तीफा आरबीआई, अर्थव्यवस्था और सरकार के लिए अच्छा नहीं है। उन्हें कम से कम जुलाई तक पद पर रहना चाहिए था, जब तक नई सरकार चुनकर आती। पीएम को उन्हें बुलाकर उनसे बात करनी चाहिए और उन्हें पद पर बने रहने के लिए मनाना चाहिए क्योंकि ये जनहित में है।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने पटेल के इस्तीफे पर कहा है कि जिस तरह से आरबीआई गवर्नर पर पद छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया, वो ठीक नहीं है। देश की संस्थाओं की विश्वसनीयता और साख को ये सरकार खत्म कर रही है।
सरकार से टकराव के बीच RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पद से दिया इस्तीफा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उर्जित पटेल ने कहा है कि वे व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं। उर्जित पटेल ने कहा है कि व्यक्तिगत कारणों से मैंने आरबीआई गवर्नर के पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. ये मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैं पिछले कुछ सालों में रिजर्व बैंक के विभिन्न पदों पर रहा।
रिजर्व बैंक के कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन सालों में आरबीआई के कर्मचारी, अधिकारियों और प्रबंधन की वजह से बैंक ने काफी काम किया। मैं अपने सहयोगियों और निदेशकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। बता दें कि पिछले कुछ समय से केंद्र की मोदी सरकार और उर्जित पटेल के साथ गतिरोध की खबरें आ रही थीं।
बता दें कि रघुराम राजन के जाने के बाद ही उर्जित पटेल आरबीआई के गवर्नर बने थे। पटेल नोटबंदी के दौरान आरबीआई के गवर्नर थें। हालांकि, नोटबंदी के क्षणिक प्रभाव की वजह पटेल संसदीय समिति की सामने कई बार पेश हो चुके हैं। संसदीय समिति ने पटेल को नोटबंदी लागू करने के कारणों, आरबीआई की तैयारियों और सिस्टम में कुल वापस आए पैसों को लेकर सवाल कर चुकी है।