ज्योतिरादित्य को 'विभीषण' बोल गए शिवराज सिंह, कमलनाथ ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में सियासी नूराकुश्ती का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि उनकी सरकार स्थिर है। कमलनाथ से जब पत्रकारों ने पूछा कि आप मानते हैं कि सरकार मजबूत है तो उन्होंने कहा कि सरकार मजबूत है और कोई चिंता की बात नहीं है। हालांकि यह देखने वाली बात है कि जिन 22 विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया है आखिर उन्हें पार्टी कैसे फिर से अपने साथ वापस लाने में सफल होती है।
शिवराज के विभीषण वाले बयान पर ये कहा
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही उन्होंने कहा कि जबतक कमलनाथ के पाप की, अन्याय की, भ्रष्टाचार की और आतंक की लंका को जलाकर राख नहीं कर देते हैं हम चुप नहीं बैठेंगे। शिवराज सिंह ने कहा कि रावण की लंका दहन के लिए विभीषण की जरूरत होती है और अब हमारे पास सिंधिया जी भी हैं। इस बाबत जब कमलनाथ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शिवराज जी ने सही कहा है, ये ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ही बताएंगे कि वह क्यों वहां गए हैं।
कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट की तारीख मांगी
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने उन सभी 22 विधायकों को मिलने के लिए बुलाया है जिन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा है। प्रजापति ने इन विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी बागी विधायकों से व्यक्तिगत रूप से मिलने और उनकी वीडियोग्राफी के बाद ही इस्तीफों पर निर्णय लेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन से भी मुलाकात की और प्रदेश के सियासी हालात पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट कराने के लिए तारीख की मांग की।
विधायकों के अपहरण का लगाया आरोप
रिपोर्ट के अनुसार सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से बीजेपी की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके 22 विधायकों का अपहरण किया है, कमलनाथ के मुताबिक कांग्रेस के विधायकों पर हॉर्स ट्रेडिंग किया जा रहा है। सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल से इस मामले में कार्रवाई करने की भी मांग की है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद सीएम कमलनाथ ने कहा, मैं आने वाले 10 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहुंगा, बीजेपी षड्यंत्र कर रही है तो उसे करने दो। उन्होंने कहा कि मैंने आज राज्यपाल से मिलकर बताया कि हमारे 22 विधायकों को कैद किया गया है।
#WATCH Madhya Pradesh Chief Minister Kamal Nath on Jyotiraditya Scindia joining BJP: Only he can say why he has gone. Our government is stable, no need to worry. pic.twitter.com/9bYbOH88vD
— ANI (@ANI) March 13, 2020
इसे भी पढ़ें- जानिए मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान में आगे अब क्या होगा, बन रहे हैं कौन से समीकरण