पीएम मोदी पर शिवसेना का तंज, कहा- 21 दिनों में कोरोना से जंग जीतने वाले थककर बैठ गए
शिवसेना ने कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को लेकर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है...
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी का संकट लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को देश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 7 लाख के पार पहुंच गई। दुनियाभर के आंकड़ों को देखें तो अब भारत कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया है। इस लिस्ट में पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर ब्राजील है। पिछले 24 घंटों के भीतर ही देश में कोरोना वायरस के 22 हजार से भी ज्यादा मामले सामने आए। इस बीच शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के दावे पर तंज कसा है।
'महाभारत के युद्ध से कहीं ज्यादा मुश्किल है कोरोना की लड़ाई'
शिवसेना ने मंगलवार को अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भरोसा जताया था कि 21 दिनों के भीतर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीत ली जाएगी, लेकिन लगभग 100 दिन हो गए हैं और संकट अभी भी जस का तस बना हुआ है। कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई महाभारत के पौराणिक युद्ध की तुलना में कहीं ज्यादा मुश्किल है और ये लड़ाई 2021 तक जारी रहेगी क्योंकि उससे पहले इस बीमारी का टीका बन नहीं पाएगा।'
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'जल्दी ही लिस्ट में हम एक नंबर पर होंगे'
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भारत के तीसरे स्थान पर पहुंचने को लेकर शिवसेना ने कहा, 'महाभारत का युद्ध 18 दिनों तक चला था। लेकिन, जिन लोगों ने कोरोना वायरस से 21 दिनों में जंग जीतने का दावा किया था, वो लोग ही अब थक कर बैठ गए हैं। यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण और काफी गंभीर है कि जो देश आर्थिक महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है, वहां 24 घंटों के भीतर कोरोना वायरस के 25 हजार केस मिल रहे हैं। कोरोना मरीजों की संख्या के मामले में हमने रूस तक को पीछे छोड़ दिया है। अगर कोरोना वायरस के केस इसी रफ्तार से बढ़ते रहे तो इस लिस्ट में हम एक नंबर पर पहुंच जाएंगे।'
'हमें कोरोना वायरस के साथ ही रहना होगा'
वहीं, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति पर शिवसेना ने लिखा, 'महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मरीज बड़ी संख्या में ठीक हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश के कुछ हिस्सों में हालात चिंताजनक हैं। ठाणे एक ऐसा ही उदाहरण है, जो कोरोना वायरस का एक बड़ा हॉटस्पॉट है। कोरोना के कारण कई राजनेता, जनप्रतिनिधि, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी आदि लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं जो किसी भी देश या राज्य के लिए ठीक नहीं है। जब तक टीका नहीं बन जाता, हमें कोरोना वायरस के साथ ही रहना होगा।'