शिमला बस दुर्घटना: सरकार ने दिए जांच के आदेश, परिवहन मंत्री ने किया 50 हजार मुआवजे का ऐलान
शिमला बस दुर्घटना में परिवहन मंत्री जीएस बाली ने एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है जो बस दुर्घटना मामले की जांच कर सात दिनों के भीतर सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी।
शिमला। बुधवार को शिमला के समीप टौंस नदी में निजी बस के गिरने से 46 लोगों की हुई मौत के मामले में हिमाचल सरकार ने जांच के आदेश दे दिए है। साथ ही मृतकों यात्रियों के परिवारजनों को फौरी राहत देते हुए परिवहन मंत्री श्री जीएस बाली ने प्रत्येक परिवार को 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। जीएस बाली ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शिमला के नेतृत्व में एक कमेटी गठित करने के भी निर्देश दिए, जो बस दुर्घटना के कारणों का पता लगाएगी और सात दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
हादसे ने ली 46 लोगों की जान
शिमला के समीप नेरवा में बुधवार को एक निजी बस टौंस नदी में गिर गई जिसमें 46 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड की जैन ट्रेवल बस UK 16 TA 0045 विकासनगर से त्यूणी के लिए रवाना हुई थी, लेकिन चंद घंटो बाद उत्तराखंड और हिमाचल की सीमा में गुम्मा के निकट ड्राइवर बस से नियंत्रण खो बैठा और बस खाई में लुढकते हुए टौंस नदी में जा गिरी। हादसे के वक्त बस में 56 लोग सवार थे। ये भी पढ़ें- शिमला के पास टौंस नदी में गिरी बस, 46 मरे, मृतकों को 1 लाख का मुआवजा
बस में क्षमता से अधिक सवारियां थी सवार
बस में सवार ज्यादातर लोग हिमाचल के त्यूणी और विकासनगर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। उत्तराखंड की इस प्राईवेट बस में क्षमता से अधिक सवारियां सवार थी। प्रारंभिक सूचना के अनुसार 46 लोगों की मौत हो गई है और मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। पुलिस ने अब तक नदी से 46 शव को बरामद कर लिए हैं। इनमें कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं, हादसे में कई लोग घायल हैं। ये भी पढ़ें- यूपी: सपा सरकार में हर रोज मर रहे थे 53 लोग, एक साल में हुई 19320 की मौत
उत्तराखंड प्रशासन ने भी मौके पर पहुंच की सहायता
दुर्घटना की सूचना मिलते ही उत्तराखंड प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया है और मृतकों की पहचान की जा रही है। वहीं, बस कंडक्टर तुलसीराम निवासी उत्तराखंड हादसे के बाद से गायब है। एसपी शिमला डीडब्लयू नेगी ने हादसे की पुष्टि की है। उधर उतराखंड की ओर से एपी देहात श्वेट चौबे मौके के लिए एनडीआरएफ की टीम के साथ राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त एक व्यक्ति ने बस से कूदकर अपनी जान बचाई। स्थानीय लोगों को दुर्घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान चला रही हैं।
उत्तराखंड सरकार ने की 1 लाख मुआवजे की घोषणा
उत्तराखंड सरकार ने मृतकों के परिजनों को एक लाख, गंभीर जख्मी लोगों को 50 हजार और घायल लोगों को 25 हजार मुआवजे की घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि टौंस नदी सबसे बड़ी व तेज बहाव वाली है। ये आगे जाकर गढ़वाल से होते हुये हिमाचल व उत्तराखंड से निकल कर यमुना में मिलती है। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी इस दर्दनाक हादसे पर दु:ख जताया है। वहीं, हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह ने ट्वीट कर दुर्घटना पर गहरा दु:ख जताया है। ट्विटर पर सीएम ने लिखा है कि मैं दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं।